पटना

फुलवारी में तेल टैंकर और कार में टक्कर, तीन की मौत


दो घायल, सड़क जाम, टैंकर चालक गिरफ्तार

फुलवारीशरीफ (आससे)। शुक्रवार को खगौल से एम्स जाने वाली सड़क पर तेज रफ्तार तेल टैंकर ने एक ऑल्टो कार को जोरदार टक्कर मार दिया। इस भीषण सड़क हादसे में ऑन स्पॉट कार सवार तीन युवकों की मौत हो गयी जबकि अन्य दो कार सवार युवक गंभी रूप से जख्मी हो गये। मौके पर मौजूद लोगों और पुलिस की मदद से इस भीषण सड़क हादसे के बाद घायलों को एम्स के नजदीक एक निजी हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया। जहां चिकित्सकों ने तीन युवकों को मृत घोषित कर दिया।

वहीं अन्य दो घायलो की चिंताजनक हालत में इलाज किया जा रहा था। मृतकों व घायलों के परिजनों को जब खबर मिली तो परीजनों में कोहराम मच गया। मृतकों में एफसीआई रोड फुलवारी में चचा नजीफुर रहमान के घर रहकऱ पढ़ाई करने वाला मो सुयेब अख्तर 20 वर्ष, एम्स के नजदीक छेदी टोला निवासी रोहित कुमार उम्र 18 साल पिता गोपाल प्रसाद, छेदी टोला निवासी प्रतीक उर्फ प्रिंस उम्र 20 साल पिता लालरत्न के रूप में हुई। जबकि घायलो में बेउर निवासी अयांश एवम बिड़ला कोलोनी निवासी देवेन्द्र शर्मा का पुत्र हर्ष शामिल हैं।

दुर्घटनाग्रस्त ऑल्टो कार सुयेब की थी। उधर घटना के बाद स्थानीय लोंगो ने सड़क जाम कर प्रशासन के खिलाफ नाराजगी का इजहार किया है। दुर्घटना की खबर मिलने के बाद विधायक गोपाल रविदास अस्पप्ताल पहुंचे और घटना पर अफसोस जताया। विधायक सड़क जाम स्थल पहुंचे और लोंगो को समझाबुझाकर सड़क जाम समाप्त कराया। दुर्घटना के बाद भाग रहे सीएनजी लोडेड ट्रक को नौबतपुर इलाके में पुलिस ने पकड़ लिया। साथ मे उसके चालक को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।

जानकारी के मुताबिक खगौल से एम्स जाने वाली सोन नहर रोड में शुक्रवार की शाम एक भीषण सड़क हादसे में तेज रफ्तार तेल टैंकर की टक्कर बीआर1बीपी/7817 नम्बर की ऑल्टो कार से हो गयी। जिसमें कार सवार पांच लोग बुरी तरह जख्मी हो गये। इस भीषण सड़क हादसे में कार के परखच्चे उड़ गये। दुर्घटना की भयावहता इसी से लगाया जा सकता है कि कार हादसे में पूरी तरह चपटा हो गयी और उसमें सवार पांचों लोग कार में दबकर बुरी तरह जख्मी हो गए।

हादसे के बाद घटनास्थल पर चीख पुकार और काफी मात्रा में खून पसरा हुआ था। आनन-फानन स्थानीय लोगों की मदद से पुलिस ने सभी घायलों को एम्स के पास एक निजी हॉस्पिटल में ले गयी जहां चिंताजनक हालात में उनका इलाज शुरू किया गया। घटनास्थल पर जमा लोग इस खौफनाक मंजर को देख सिहर जा रहे थे। स्थानीय लोगों ने बताया कि कार और धक्का मारने वाला टैंकर की रफ्तार काफी तेज थी जिससे किसी भी वाहन के चालक को सम्भलने का मौका नही मिला और देखते ही देखते जोरदार आवाज के साथ ट्रक की टक्कर कार से हो गयी। हादसे के बाद  चालक टैंकर समेत फरार हो गया।

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक कार एम्स की तरफ से आ रही थी। प्रत्यक्षदर्शियों में एक शख्स ने बताया कि कार में सभी युवक बुरी तरह फंसे हुए थे जिन्हें छेनी से कार का दरवाजा काट कर बाहर निकाला और पुलिस की मदद से अस्प्ताल ले जाया गया। हालांकि पांच युवकों में तीन की सांसे थम चुकी थी। अस्पप्ताल पहुंचने पर चिकित्सकों ने सुयेब, रोहित और प्रतीक उर्फ प्रिंस को मृत घोषित कर दिया। वहीं घायलों में बिड़ला कोलोनी निवासी हर्ष कुमार और बेउर निवासी अयांश का इलाज आईसीयू में चल रहा था।

मुंगेर निवासी शकिफुर रहमान का बेटा सुऐब फुलवारी के डीएवी से 11वीं पास किया था। ऑल्टो कार भी उसी की थी। सुयेब एफसीआई रोड में अपने चाचा नजिफुर रहमान के यहां रहकर पढ़ाई करता था। सुयेब कि मौत के बाद मुंगेर से लेकर एफसीआई फुलवारी रोड में चाचा के घर तक कोहराम मचा रहा। घटना के बारे में बताया जाता है कि सुऐब अपने दोस्त बिड़ला कोलोनी निवासी देवेन्द्र शर्मा के बेटे हर्ष के साथ बेउर निवासी अयांश को लेकर एम्स के नजदीक छेदी टोला पहुंचा। यहां उसने कार में रोहित और उसके पड़ोसी प्रतीक उर्फ प्रिंस को कार में बिठा सोन नहर रोड में निकल पड़े।

चंद मिनटों में ही कार ने रफ्तार पकड़ी ही थी कि मौर्य विहार मोड़ के पास खगौल लख की ओर से आ रहे तेज रफ्तार तेल टैंकर से आमने सामने टक्कर हो गयी। दुर्घटना की खबर मिलते ही फुलवारी थाना पुलिस पहुंची और सभी कार सवार युवकों को एम्स के पास एक निजी हॉस्पिटल ले गयी। जिस अस्प्ताल में घायलो को भर्ती कराया गया वहां लोगों की भीड़ जमा हो गयी। उसी भीड़ में शामिल लोगों ने रोहित और प्रतीक को पहचान लिया। रोहित और प्रतीक का घर उस अस्प्ताल के पास में ही है।

दुर्घटना में रोहित और प्रतीक की मौत की सूचना मिलते ही दौड़े दौड़े उनके परिजन अस्पताल पहुंच गए और दोनो की लाशें देख विलाप करने लगे। परीजनों को समझ मे नही आ रहा था कि चंद मिनट पहले दोनों लड़के अपने दोस्त को कार में सवार होकर घुमने निकले थे और थोड़ी ही देर बाद उनकी लाशें उनके घर के पास वाले अस्प्ताल पहुंच गयी। छेदी टोला के रहनेवाले दो लड़कों की लाशों देख इलाके में मातम पसर गया।

वहीं कार चला रहे मृतक सुऐब के मुहल्ले के लोग गमगीन माहौल में अस्प्ताल पहुंचे और बताया कि उसके चाचा नजीफ़ूर रहमान की मौत कोरोना से 9 मई को हो गयी थी। परिवार में एक माह में ही दो लोगों की मौत ने परिजनों को तोड़ कर रख दिया।

वहीं दूसरा मृतक रोहित 18 साल पिता गोपाल प्रसाद की  बर्तन की दुकान एम्स के पास घर मे ही है। रोहित के पिता ने रोते बिलखते बताया कि वृंदावन कोलोनी में सीपीएस स्कूल से मैट्रिक की परीक्षा इसी साल दिया था जिसका रिजल्ट आने वाला था। रोहित की माँ रीता देवी का रो-रो कर बुरा हाल हो रहा था। वह बार बार बोल रही थी कि सपने दिखाकर बेटवा कहाँ चला गया। रोज बोलता था कि मैट्रिक का रिजल्ट आएगा तो अच्छे कॉलेज में एडमिशन करा देना। परिवार को उससे बड़ी उम्मीदें लगी थी। वहीं उसके छोटे भाई सुमित और अमित दोनो भाई मां पिता के साथ लिपट कर रोते बिलखते रहे। रोहित की मां ने बताया कि तीन बजे के बाद दोस्तो के साथ कार में घूमने गया था। उन्हें क्या पता था कि उनका लाडला बेटा अब लौट कर नही आयेगा।

वहीं रोहित के पड़ोस में रहने वाला प्रतीक उर्फ प्रिंस 20 साल , पिता लाल रत्न  डीएवी फुलवारी से 11 वी पास किया था। प्रतीक अपने मां-बाप का  एकलौता पुत्र था ।उसके पिता बिजली विभाग में ठीकेदारी करते थे। प्रतीक के चाचा मनेर मे चिकित्सा प्रभारी डॉ ज्ञान रत्न ने बताया प्रतीक उर्फ प्रिंस के पिता लाल रत्न मनेर में अभी ट्रान्सफरमर रिपेयरिंग का वर्कशॉप चलाते हैं।उसकी एक बड़ी बहन शालिनी प्रिया और मां किरण देवी का रो रो कर बुरा हाल हो रहा था।

उधर बिड़ला कोलोनी में ठेकेदार देवेन्द्र शर्मा के घर दुर्घटना में बेटे हर्ष के घायल होने की खबर मिली तो परिजन रोते बिलखते असप्ताल पहुंचे। यही हाल बेउर निवासी अयांश के परिजनों के था। कार दुर्घटना में अयांश के बुरी तरह घायल होने की जानकारी मिलते ही परिजन बदहवाश होकर अस्पताल पहुंच कर इलाज कराने में जुट गए।

दुर्घटना के बारे में विधायक गोपाल रविदास ने बताया कि मृतकों के परिवार को दस  दस लाख मुआवजा देने और घायलों का समुचित ईलाज कराने की मांग प्रशासन से किया गया है। विधायक ने कहा की वे पहले से ही फुलवारी में भारी वाहनों के परिचालन रोकने और सड़क को अतिक्रमण मुक्त कराने को लेकर संघर्ष कर रहे हैं। वही सड़क जाम कर रहे लोगों ने विधायक और पुलिस प्रशासन को बताया कि दुर्घटनास्थल पर अंधेरा रहता है। यहां लाइट को व्यवस्था और वाहनों की गति पर नियंत्रण कराया जाना चाहिए।