पटना

पटना: फतुहा में वज्रपात से चार की मौत


बिहार में पूर्णिया के रास्ते प्रवेश करेगा मानसून

पटना (आससे)। शुक्रवार को बारिश के दौरान वज्रपात की घटना में पटना के फतुहा में चार लोगों की मौत हो गई। मिली जानकारी के अनुसार पटना जिले में फतुहा स्टेशन के समीप बारिश से बचने के लिए बरगद के पेड़ के नीचे खड़े लोग आकाशी बिजली की चपेट में आ गए। इस घटना में चार लोगों की मौत हो गई, जबकि दो अन्य घायल हो गए। मरने वालों में एक गर्भवती और एक बच्ची शामिल है। ये सभी पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले के रहने वाले थे।

इधर, शुक्रवार की सुबह से ही राज्य के विभिन्न इलाकों में आंधी चलने के साथ ही बारिश होती रही। गोपालगंज, सिवान, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, बक्सर, जमुई, नालंदा, किशनगंज, बांका, भागलपुर, खगडिय़ा, मुंगेर, वैशाली, बेगूसराय, मधुबनी, दरभंगा, मुजफ्फरपुर एवं सीतामढ़ी में आंधी के साथ बारिश हुई।शुक्रवार को कम दबाव का क्षेत्र बनने के कारण दक्षिण-पश्चिम मानसून  को काफी मजबूती मिलने की उम्मीद है। अगर, परिस्थितियां अनुकूल रहीं तो मानसून अगले 24 घंटे में पूर्णिया और अररिया के रास्ते बिहार में प्रवेश कर सकता है। मानसून के प्रवेश के बाद राज्य में अच्छी बारिश होने की उम्मीद है।

पटना मौसम विज्ञान केंद्र के विज्ञानी संजय कुमार के अनुसार वर्तमान में बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने से दक्षिण-पश्चिम मानसून के काफी मजबूत होने की उम्मीद है। पिछले तीन दिनों से मानसून देश के पूर्वी भाग में काफी कमजोर पड़ गया था। इस कारण पश्चिम बंगाल के बागडोगरा से आगे नहीं बढ़ पा रहा था। अब उसके आगे बढऩे की उम्मीद है। अगले एक-दो दिनों में मानसून पूर्वी बिहार यानी पूर्णिया एवं अररिया के रास्ते बिहार में प्रवेश कर सकता है। सामान्यत: राज्य में 15 जून से मानसून की बारिश शुरू होती है।

मौसम विज्ञानियों का कहना है कि प्रदेश में मानसून के प्रवेश करते ही अच्छी बारिश शुरू हो जाएगी। बंगाल की खाड़ी से काफी मात्रा में नमी आने के कारण राज्य में प्रथम चरण यानी मध्य जून के दौरान प्रदेश में कभी पर भारी तो कहीं पर मध्यम दर्जे की बारिश होगी। मानसून के दौरान प्रदेश में 1000 मिलीमीटर बारिश होती है।