- रोहतक: केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली सहित हरियाणा और पंजाब में किसानों के आंदोलन को करीब 7 महीने से ज्यादा का वक्त बीत चुका है। दिल्ली के बॉर्डर इलाकों पर किसान अपनी मांगों को लेकर जमे हुए हैं। किसानों की मांग है कि केंद्र सरकार तीनों कृषि कानूनों को वापस ले और एमएसपी पर कानून बनाए। इस बीच रविवार को हरियाणा के रोहतक में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने एक बार फिर मोदी सरकार पर हमला बोला है।
किसान नेता राकेश टिकैत ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर सरकार किसी पार्टी की होती तो वो जरूर बात करती, मोदी सरकार को कंपनी चला रही है। इसलिए कोई चर्चा नहीं हो रही है। वो सिर्फ एक शर्त रख रहे हैं कि वे कृषि कानूनों को निरस्त नहीं करेंगे, लेकिन चर्चा के लिए तैयार हैं।
इससे पहले कृषि कानूनों को लेकर आंदोलन कर रहे किसानों से अगले दौर की बातचीत के लिए कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से न्योता दिया था, जिस पर राकेश टिकैत ने कहा था कि पिछले 5 महीनों से केंद्र सरकार के साथ संगठन की कोई भी बात नहीं हुई।
बता दें कि अपनी मांगों को लेकर किसान दिल्ली की सीमा पर डटे हुए हैं। सात महीने बाद भी किसान आर-पार की लड़ाई के मूड में है। कई बार विवाद और बवाल होने के बाद भी किसान मुस्तैद है। इसके पहले भी राकेश टिकैत ने कहा था कि धर्म और जाति के नाम पर समाज के बीच लड़ाई करवाना ही बीजेपी का राष्ट्रधर्म है।