समस्या लिखकर दें, होगा निराकरण, सदन में रहें मौजूद, विपक्ष के आरोपों का मुस्तैदी से दें जवाब
(आज समाचार सेवा)
पटना। मुख्यमंत्री एवं एनडीए विधानमंडल दल के नेता नीतीश कुमार ने विधायकों से कहा है कि वे सदन में मौजूद रहें तथा विपक्ष के आरोपों का मुस्तैदी से जवाब दें। सरकार सदस्यों के हर सवाल का जवाब देने को तैयार है।
विधायक क्षेत्र पर नजर रखें। अगर कोई समस्या है तो वह लिख कर दें उसका समाधान किया जायेगा। मुख्यमंत्री सोमवार को विधानमंडल दल की कार्यवाही समाप्त होने के बाद सेंट्रल हॉल में आहुत विधानमंडल दल की बैठक में बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि विधानमंडल के मॉनसून सत्र में कई विधायी एवं वित्तीय कार्यों का निष्पादन होना है। बिहार पंचायती राज संशोधन विधेयक २०२१, आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय संशेधन विधयेक २०२१, बिहार खेल विश्वविद्यालय विधेयक २०२१, बिहार स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय विधेयक २०२१, बिहार अभियंत्रण विश्वविद्यालय विधयेक २०२१, बिहार माल और सेवा कर संशोधन विधेयक २०२१ बिहार राजकोषीय उत्तरदायित्व एवं बजट प्रबंधन संशोधन विधयेक २०२१, प्रथम अनुपूरक व्यय विवरणी, तत्संबंधी विनियोग विधेयक २०२१ पर विधानमंडल के दोनों सदनों में विमर्श होना है। इसमे मतदान की प्रक्रिया है, इस लिहाज से सदस्यों की शत-प्रतिशत उपस्थिति अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि बिहार पंचायती राज संशोधन विधेयक २०२१ में मुखिया को व्यापक अधिकार दिये गये हैं। यह विधेयक काफी महत्वपूर्ण है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार का अधिकांश जिले बाढ़ की चपेट में हैं। वहां सरकार बाढ़ पीडि़तों को हर संभव मदद पहुंचा रही है। बावजूद अगर किसी विधायक के किसी क्षेत्र में समस्या है तो वे लिखकर दें, उसका तुरंत समाधान किया जायेगा। बैठक में कहा गया कि जो विधायक सदन के अंदर धज्जियां उड़ायेंगे उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
बैठक में उप मुख्यमंत्री सह वित्त एवं वाणिज्यकर तथा नगर विकास एवं आवास मंत्री तारकिशोर प्रसाद, उप मुख्यमंत्री एवं आपदा प्रबंधन व पिछड़ा एवं अति पिछड़ा कल्याण मंत्री रेणु देवी, शिक्षा एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार सिन्हा, ऊर्जा मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव, ग्रामीण विकास मंत्री एवं सत्तारूढ दल के मुख्य सचेतक श्रवण कुमार समेत कई अन्य विधायकों ने अपने विचारों को रखा।