- पुलिस कमिश्नरेट लखनऊ ने सोमवार को अवैध संपत्तियों पर बड़ी कार्रवाई की है. पुलिस ने सरकारी जमीनों पर गिरोह बनाकर अवैध कब्जा करने वाले अजमत अली और सपा सरकार में दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री रहे उसके बेटे मोहम्मद इकबाल की 2.54 अरब की संपत्ति को कुर्क कर लिया है.
लखनऊ पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने बताया कि अजमत अली गिरोहबंद समाज विरोधी क्रियाकलाप (निवारण) अधिनियम की धारा 14(1) के तहत राज्य के पक्ष में कुर्क किये जाने का आदेश पारित किया गया है. पुलिस कमिश्नर ने जानकारी देते हुए बताया कि कुल अवैध संपत्तियों की बात करें तो ये 2 अरब 54 करोड़ 45 लाख 2 हज़ार 9 सौ 51 रुपए की है. वहीं पुलिस आयुक्त डीके ठाकुर के आदेश पर पुलिस ने देर शाम 10 करोड़ रुपये से अधिक कीमत की लग्जरी गाड़ियों को भी जब्त किया और लखनऊ के थाना मड़ियांव पहुंचाया. लग्जरी गाड़ियों की सूची बनाई गई और उसके बाद आरोपियों के परिजनों को इसे रिसीव भी कराया गया.
1200 रुपये में करता था काम, अवैध कब्जा कर बन गया अरबों का मालिक
पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने बताते हुए कहा कि अजमत अली मड़ियांव स्थित ग्राम घैला का रहने वाला है और इसका जन्म साधारण परिवार में हुआ था. साधारण परिवार में जन्म होने के नाते उसका पालन पोषण भी सामान्य रूप से किया गया. अजमत अली की पैतृक संपत्ति की बात करें तो इसके पास नाम मात्र की पैतृक संपत्ति थी और कई भाई-बहन थे. इसके हिस्से में बहुत कम संपत्ति थी.
पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने कहा कि जब परिवार का जीविकोपार्जन नहीं चल पा रहा था तो इसने 1988 में निसार अली नामक व्यक्ति के यहां 12 सौ प्रति माह में नौकरी करना शुरू किया और उसके बाद अभियुक्त ने एक संगठित गिरोह बना लिया, जिसका नेतृत्व ये खुद करने लगा. लखनऊ पुलिस आयुक्त ने बताया कि मोहम्मद इकबाल अजमत अली का पुत्र है और पूर्व में समाजवादी पार्टी सरकार में दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री था और अजमत अली के गैंग का सदस्य है.