उत्तर प्रदेश लखनऊ

यूपीके प्राइमरी स्कूलोंमें १.८० करोड़ बच्चोंको नि:शुल्क किताबें


लागू होगा एनसीआरटी पाठ्यक्रम

लखनऊ । उत्तर प्रदेश में सरकारी प्राइमरी स्कूलों में पढऩे वाले करीब 1.80 करोड़ बच्चों को नि:शुल्क किताबें देने की तैयारी शुरू हो गई है. इसके लिए किताबें छापने की प्रक्रिया भी आरंभ हो गई है. सरकार की ओर से टेंडर भी जारी किया जा चुका है। प्राइमरी स्कूलों में किताबें बांटना हर साल की प्रक्रिया है. दूसरी खास खबर ये है कि इस बार सरकारी स्कूलों में पहली कक्षा में एनसीईआरटी का सिलेबस पढ़ाया जाएगा. ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि पहली कक्षा की किताबें पहले पहुंचेंगी. आमतौर पर सरकारी किताबें देर से पहुंचने के चलते बच्चे पुरानी किताबों से पढऩा शुरू कर देते हैं। रिपोर्ट के अनुसार 1.80 करोड़ बच्चों के लिए करीब 10 करोड़ किताबें, वर्कबुक और अभ्यास पुस्तिकाएं छापी जाती हैं. इसे छापने का कार्य 20 से 25 प्रकाशक करते हैं. इसमें करीब तीन महीने का समय लगता है। हालांकि कोरोना महामारी के चलते इस बार किताबों की छपाई का काम देरी से शुरू होगा. सामान्य स्थिति में किताबें छापने का टेंडर दिसंबर में ही जारी कर दिया जाता है। जूते-मोजों के लिए खाते में पैसा दे सकती है सरकार किताबों के अलावा इस बार बच्चों के लिए जूते, मोजे और स्कूल बैग खरीदने की प्रक्रिया भी शुरू नहीं हुई है. सरकार इस बार इन्हें खरीदने के लिए सीधे अभिभावक के खाते में पैसा देने पर विचार कर रही है।