- नई दिल्ली (नेशनल डेस्क): अफगानिस्तान से 20 वर्ष बाद रात के अंधेरे में अमरीकी सैनिकों की वापसी होते ही वहां तालिबान राज स्थापित होने के संकेत मिल रहे हैं। इसके साथ ही भारत पर हमलों की आहट भी सुनाई दी रही है। अफगानिस्तान में शांति मामलों के राज्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार पिछले 4 माह में तालिबान ने अफगानिस्तान के विभिन्न हिस्सों में 22000 हमले किए। हालांकि इन हमलों में 24000 तालिबानी लड़ाके मारे गए व घायल हुए इसके बावजूद हमलों में कोई कमी नहीं आई है।
मंत्रालय के एक अधिकारी सैयद अब्दुल्ला हाशमी ने कहा कि राज्य में हिंसा को बढ़ाने के लिए अफगानिस्तान के बाहर से 10000 से अधिक लड़ाकों की आमद से पता चलता है कि अफगानिस्तान में युद्ध के पीछे विदेशी हाथ हैं। हमलों में जहां हजारों तालिबानी मारे गए हैं वहीं इस अवधि के दौरान महिलाओं व बच्चों सहित 5777 नागरिकों की भी मौत हो चुकी है। दूसरी तरफ सोशल मीडिया पर विचलित कर देने वाली कुछ वीडियो और तस्वीरें शेयर की जा रही हैं जिनमें तालिबान को अफगानिस्तान में लोगों को प्रताडि़त करते तथा मारते हुए दिखाया गया है।
तालिबान के प्रवक्ता दावा कर रहे हैं कि वे अपने देश को एक आधुनिक इस्लामिक राष्ट्र बनाएंगे जिसमें महिलाओं और बच्चों को उनका हक मिलेगा, लेकिन हकीकत यह है कि अफगानिस्तान एक बार फिर से तालिबान के बर्बर शासन की ओर बढ़ता दिख रहा है। अमरीकी जनरल मार्क मिले के अनुसार, अफगानिस्तान के 419 जिला केंद्रों में से लगभग आधे तालिबान के नियंत्रण में जा चुके हैं, इसके अलावा तालिबानियों ने 11 टैलीकम्युनिकेशन नैटवर्क ध्वस्त कर दिए हैं।