अफगानिस्तान में काबुल एयरपोर्ट के पास धमाका हुआ है। समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने बताया कि गुरुवार को काबुल हवाई अड्डे के बाहर एक फिदायीन हमले में कम से कम 13 लोग मारे गए। धमाका एयरपोर्ट के एबी गेट के पास सुना गया।
रिपोर्टों में कहा गया है कि हमलावरों में से एक ने खुद को उड़ा लिया, जबकि दूसरे ने हवाई अड्डे के बाहर भीड़ पर गोलीबारी की। विस्फोट स्थल के आसपास भी गोलीबारी की आवाज सुनाई दी। हवाईअड्डे के अभय गेट के पास विस्फोट की आवाज सुनी गई। इस बीच, विस्फोट स्थल के आसपास भी गोलीबारी की आवाज सुनाई दी। घटना में कई लोगों के घायल होने की आशंका है।
पेंटागन के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि बृहस्पतिवार को हुए इस विस्फोट में हताहतों के बारे में तत्काल कोई जानकारी नहीं मिली है। अफगानिस्तान पर तालिबान के नियंत्रण के बाद से हजारों अफगान देश से निकलने की कोशिश कर रहे हैं और पिछले कई दिनों से हवाई अड्डे पर जमा हैं। पश्चिमी देशों ने हमले की आशंका जतायी थी।
अफगानिस्तान में अमेरिका के कार्यवाहक राजदूत रॉस विल्सन ने बृहस्पतिवार को कहा कि काबुल हवाईअड्डे पर सुरक्षा संबंधी खतरा है जिसकी वजह से विदेश विभाग को अमेरिकियों से संबंधित हवाईअड्डे की परिधि से दूर रहने का आग्रह करना पड़ा है। विल्सन ने काबुल से एबीसी न्यूज के साथ बातचीत में कहा कि वह खतरे और इसकी वर्तमान स्थिति के बारे में विशिष्ट जानकारी के बारे में चर्चा नहीं कर सकते।
इन खबरों के बारे में पूछे जाने पर कि अफगानिस्तान से अमेरिकी नागरिकों और सहयोगियों को निकालने का काम शुक्रवार को पूरा हो सकता है, विल्सन ने टिप्पणी से इनकार किया। काबुल स्थित अमेरिकी दूतावास ने बुधवार को सुरक्षा अलर्ट जारी कर अमेरिकी नागरिकों से कहा कि वे काबुल हवाईअड्डे के तीन विशिष्ट द्वारों से दूर रहें।
डेनमार्क के रक्षा मंत्री ट्राइन ब्रैमसेन ने आगाह किया है कि काबुल में जाने वाले या वहां से आने वाले विमानों का संचालन अब सुरक्षित नहीं रहा है। उन्होंने बुधवार को डेनमार्क के प्रसारणकर्ता टीवी2 से यह बात कही। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान की राजधानी से आने वाले आखिरी विमान में 90 लोग सवार हैं जिनमें डेनमार्क के आखिरी सैनिक और राजयनिक शामिल हैं।