पटना

महिलाओं को सशक्त बनाना हमारी प्राथमिकता : सीएम


      • पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज राजगीर में आयेाजित दीक्षांत समारोह में 1582 पुलिस अवर निरीक्षकों को फील्ड ड्यूटी के लिये किये रवाना
      • बिहार के इतिहास में पहली बार 615 महिला पुलिस अवर निरीक्षक की हुई तैनाती

डॉ कौशलेंद्र-

राजगीर (नालंदा)। ‘‘न्याय के साथ विकास और सशक्त महिला, सक्षम महिला’’ के सूत्र वाक्य के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पीटीसी राजगीर में पुलिस अवर निरीक्षक 2018 बैच के दीक्षांत परेड समारोह को संबोधित कर रहे थे। यह दीक्षांत समारोह कई मायने में ऐतिहासिक रहा है। इस ट्रेनिंग कॉलेज से एक साथ 1582 प्रशिक्षु पुलिस अवर निरीक्षक को दीक्षांत परेड के बाद फील्ड ड्यूटी के लिए रवाना किया गया। खास बात यह रही कि इसमें 615 महिला प्रशिक्षु पुलिस अवर निरीक्षक भी शामिल थी।

बिहार के इतिहास में आज का दिन स्वर्णिम दिन रहा। एक साथ 615 महिला पुलिस पदाधिकारी को दीक्षांत परेड समारोह में शामिल कराकर पीटीसी राजगीर ने एक नया इतिहास रचा है। यह संभव हो सका है बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के महिला सशक्तीकरण के प्रयासों से। नौकरियों में 33 प्रतिशत महिलाओं को आरक्षण दिये जाने के सीएम के फैसले का ही नतीजा रहा कि 1582 पुलिस अवर निरीक्षकों में से 615 महिला पुलिस अधिकारी शामिल हुई।

अपने संबोधन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि झारखंड अलग होने के बाद बिहार में पुलिस पदाधिकारियों की ट्रेनिंग की व्यवस्था नहीं थी। इसी के तहत राजगीर मे पुलिस अकादमी का निर्माण किया गया। यहां पुलिस बल के प्रशिक्षण के लिए बेहतर सुविधाएं प्राप्त है। उन्होंने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा सबसे जरूरी है और राज्य में कानून का राज कायम रखना मेरी प्राथमिकता है।

मुख्यमंत्री श्री कुमार ने कहा कि राजगीर में 2000 पुरुष और 2000 महिला कर्मियों की भी ट्रेनिंग होगी। आज बिहार को एक साथ 967 पुरुष और 615 महिला अवर निरीक्षक अधिकारी मिल रहे हैं। महिलाओं को सबसे पहले पंचायत में 50 प्रतिशत आरक्षण की घोषणा हमने की। महिलाओं को आरक्षण देने का ही नतीजा है कि बिहार पुलिस बल में आज बड़ी संख्या में महिला पुलिस बल भी है। इसके देखकर आज बहुत खुशी होती है। देश में किसी भी राज्य से ज्यादा महिला पुलिस बल बिहार में है। दूसरे किसी भी राज्य में पुलिस बल में इतनी महिलाएं नहीं हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में महिलाओं की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता में से है। सभी थानों में महिला का होना अनिवार्य कर दिया गया है। पहले किसी भी थाने में कोई काम नहीं हुआ था। आज बिहार का थाना देखने लायक है। थाना के भवनों में सभी सुविधाएं हैं। पटना का पुलिस मुख्यालय देखने लायक है। हथियार को लेकर भी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। बिहार में थाने को लेकर नये फैसले लिये गये हैं। समाज में कानून का राज कायम करना ही मेरा उद्देश्य है।

मुख्यमंत्री श्री कुमार ने कहा कि बिहार में महिलाओं की मांग पर ही शराबबंदी हुई। आज महिला पुलिस बल पर बड़ी जिम्मेदारी दी जा रही है। आज महिलाओं की पुलिस बल में संख्या बेहतर हो गयी है। अब ये महिला पुलिस बल शराबबंदी पर सख्ती बरतें। शराब बंदी की सफलता में महिला पुलिस बल की बड़ी भागीदारी होगी। सभी प्रशिक्षुओं से मुख्यमंत्री ने अपील की कि यहां से निकलकर अपनी जिम्मेवारी अच्छे से संभालें। मैंने कभी ना किसी को फंसाया है और ना किसी को बचाया है। आपको भी यही करना है। इसके पूर्व मुख्यमंत्री ने दीक्षांत परेड की सलामी ली।

इसके एकेडमी में आयोजित कार्यक्रम में बिहार के पुलिस महानिदेशक एस.के. सिंघल, विकास आयुक्त आमिर सुबहानी, गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, चंचल कुमार, पटना के प्रमंडलीय आयुक्त संजय कुमार अग्रवाल, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, बिहार सशस्त्र पुलिस के डीजी आर.एस. भट्टी, पुलिस एकेडमी के महानिदेशक भृगु श्रीनिवासन, पीटीसी राजगीर के प्राचार्य परतोष कुमार दास, राजगीर के विधायक कौशल किशोर, नालंदा के जिलाधिकारी योगेंद्र सिंह, नालंदा के पुलिस अधीक्षक हरिप्रसाथ एस। सहित पुलिस के प्रशासन के वरीय अधिकारी भी समारोह में हिस्सा लिये।