पटना (आससे)। महापौर, पटना नगर निगम की अध्यक्षता में जल जमाव से निपटने हेतु हुई बैठक में हिमांशु शर्मा, नगर आयुक्त, देवेन्द्र प्रसाद तिवारी, अपर नगर आयुक्त (योजना), शीला ईरानी, अपर नगर आयुक्त (सफाई/प्रवर्तन), प्रतिभा सिन्हा, कार्यपालक पदाधिकारी, पाटलिपुत्र अंचल, कुमार पंकज, कार्यपालक पदाधिकारी, नूतन राजधानी अंचल, सुशील कुमार मिश्रा, कार्यपालक पदाधिकारी, कंकड़बाग अंचल, देवेन्द्र सुमन, कार्यपालक पदाधिकारी, बांकीपुर अंचल, सत्येन्द्र प्रसाद, मुख्य नगर अभियंता, सभी कार्यपालक अभियंता, सभी सहायक अभियंता एवं सभी संबंधित कनीय अभियंता उपस्थित थे।
महापौर द्वारा उपस्थित सभी संबंधित पदाधिकारियों को निदेशित किया गया कि जलजमाव की समस्या से निपटने हेतु आवश्यक तैयारियां यथा मोटर पंप की मरम्मत एवं डिलेवरी पाइप इत्यादि की खरीद सुनिश्चित कर ली जाये। साथ ही यह भी निदेश दिया गया कि जलजमाव वाले इलाके को चिह्नित कर जल निकासी हेतु आवश्यक कार्य योजना बनाकर दो दिनों के अंदर देना सुनिश्चित करें ताकि ग्रीष्म काल के मध्य तक योजना को पूर्ण किया जा सके।
शहर के सभी बड़े नाले, छोटे नाले एवं मध्यम नाले की उड़ाही का कार्यक्रम १ फरवरी से प्रारंभ कर दी जाये। बुडको द्वारा अधिष्ठापित अस्थाई डीपीएस को स्थायी रूप में परिवर्तित करने की मांग की गयी। राजवंशी नगर, बाबू बाजार संप हाउस में लगे पंप की क्षमता बढ़ाने का निदेश दिया गया। विगत वर्ष में जन निकासी हेतु जिन क्षेत्रों में कच्चा नाला काटा गया था, उसे पक्का में परिवर्तित करने का निर्णय लिया गया।
निगम क्षेत्र में प्लास्टिक बोतल बंद करने का लिया निर्णय
जैव विविधता प्रबंधन समिति की दूसरी बैठक प्रबंधन समिति के अध्यक्ष डा. आशीष कुमार सिन्हा की अध्यक्षता में हुई। बैठक में महापौर, सीता साहू विशेष सदस्य के रूप में उपस्थित हुई। मृत्युंजय मानी, बिहार राज्य वन प्राणी परिषद, इन्द्रदीप कुमार चन्द्रवंशी, सदस्य, सशक्त स्थायी समिति, प्रभा देवी, पार्षद, वार्ड संख्या-३, रानी कुमारी, पार्षद वार्ड संख्या-२७, दिलीप सिंह जैव विविधता प्रबंधन समिति के सदस्य एवं निगम प्रशासन की ओर से हिमांशु शर्मा, नगर आयुक्त द्वारा प्राधिकृत भी संजीव कुमार, उप-समाहर्ता-सह-नगर सचिव, पटना नगर निगम द्वारा भाग लिया गया। पटना नगर निगम क्षेत्र में बोतल प्लास्टिक का पूर्ण रूप से सरकारी एवं गैर सरकारी कार्यालयों में प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया गया।
प्लास्टिक के उपयोग करने वाले व्यक्तियों को जागरूक करने एवं उल्लंघन करने पर नियमानुसार दण्ड लगाने का निर्णय लिया गया। बैठक में पेड़-पौधे, पशु-पक्षी के संरक्षण पर प्रकाश डाला गया एवं स्लम बस्तियों में कम से कम ५ पौधे लगाने का निर्णय लिया गया, जिसमें नीग, पीपल, बरगद के वृक्ष शामिल है। धार्मिक एवं सार्वजनिक स्थलों पर लंबी आयु वाले वृक्षों को चिह्नïत कर संरक्षण करने की काररवाई की जायेगी।
बैठक में उपस्थित महापौर, सीता साहू द्वारा स्पष्ट निर्देश दिया गया कि आज के बैठक में लिये गये निर्णयों को शत-प्रतिशत लागू किया जायेगा और पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में एक अलग पहचान बनायेगा।