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सिंघु बार्डरपर झड़प, अफरा-तफरी


टिकैतके समर्थनमें आये विपक्षी नेता
नयी दिल्ली (आससे.)। किसान आंदोलन के बीच सिंघु बॉर्डर पर आज बवाल हो गया। दोपहर करीब एक बजे नरेला की तरफ से आयी स्थानीय लोगों की भीड धरनास्थल पर पहुंची और नारेबाजी करते हुए किसानों से बॉर्डर खाली करने की मांग करने लगी। इनका कहना था कि किसान आंदोलन के चलते लोगों के कारोबार ठप हो रहे हैं। पौने दो बजे तक ये लोग किसानों के टेंट तक पहुंच गये और उनकी जरूरत के सामान तोड़ दिये। इसके बाद किसानों और नारेबाजी कर रहे लोगों के बीच झड़प शुरू हो गई। दोनों ओर से पथराव भी हुआ। पुलिस ने बीच-बचाव की कोशिश की, लेकिन स्थिति बिगड़ते देख लाठीचार्ज करना पड़ा और आंसू गैस के गोले छोडऩे पड़े। इस झड़प में 5 पुलिसवाले घायल हो गये। अलीपुर थाने के एसएचओ प्रदीप पालीवाल भी तलवार से हुए हमले में जख्मी हो गए। बवाल के बाद हरियाणा सरकार ने एहतियातन 17 जिलों में कल शाम 5 बजे तक इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगा दी है। इस दौरान केवल कॉलिंग सर्विसेज जारी रहेंगी। आज दोपहर हुई झड़प से पहले किसान मजदूर संघर्ष समिति के नेता सतनाम सिंह पन्नू ने केंद्र सरकार पर माहौल बिगाडऩे का आरोप लगाया। कृषि कानूनों की वापसी होने तक हम वापस नहीं जाएंगे। किसान आंदोलन के दूसरे अहम बिंदु टीकरी बॉर्डर पर भी कुछ लोगों ने किसानों के खिलाफ नारेबाजी करते हुए बॉर्डर खाली करने की मांग की। वे 26 जनवरी को लाल किले की प्राचीर पर धार्मिक झंडा लगाने की घटना का विरोध कर रहे थे। उनके हाथों में बैनर थे, जिन पर लिखा था कि तिरंगे का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान। हालांकि, वहां कोई उपद्रव नहीं हुआ। अभी स्थिति सामान्य है, लेकिन एहतियात के तौर पर पुलिस ने बैरिकेडिंग और मजबूत कर दी है। मालूम हो कि ट्रैक्टर परेड में हिंसा के बाद पुलिस पिछले 2 दिनों से एक्शन में थी। इसके चलते गुरुवार को लगा कि गाजीपुर बॉर्डर पर किसान आंदोलन शायद खत्म हो जाये। लेकिन, देर रात भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत के भावनात्मक दांव के बाद आंदोलन और तेज होता नजर आ रहा है। वहीं, किसान आंदोलन को समर्थन देने का ऐलान कर चुके राष्ट्रीय लोक दल (त्स्क्) के नेता जयंत चौधरी टिकैत से मिलने शुक्रवार को गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे। उन्होंने कहा कि प्रशासन पर किसानों को हटाने का दबाव हो सकता है, लेकिन किसान हटना नहीं चाहते। किसानों का मुद्दा संसद में उठना चाहिए। वहीं आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भी गाजीपुर बॉर्डर पहुंचकर किसानों के लिए की गई व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उधर, दिल्ली सरकार के दूसरे मंत्री सत्येंद्र जैन और आप के विधायक राघव चड्ढा ने सिंघु बॉर्डर पर जाकर व्यवस्थाएं देखीं।