हर दिन आयेंगे 50 फीसदी बच्चे, अभी शुरू नहीं होगी 1ली से 5वीं तक की पढ़ाई
(आज शिक्षा प्रतिनिधि)
पटना। राज्य में प्रति कार्यदिवस 50 फीसदी बच्चों की उपस्थिति के साथ 6ठी से 8वीं कक्षा की पढ़ाई के लिए आठ फरवरी से स्कूल खुल जायेंगे। बच्चे अभिभावक की सहमति से ही स्कूल जायेंगे। शिक्षक-कर्मचारियों के लिए शतप्रतिशत उपस्थिति होगी। सरकारी स्कूलों के 6ठी से 8वीं कक्षा के हर बच्चे को दो-दो मास्क मुफ्त मिलेंगे।
यह निर्णय आपदा प्रबंधन समूह की बैठक में लिया गया। बैठक शुक्रवार को मुख्य सचिव दीपक कुमार की अध्यक्षता में हुई। 1ली से 5वीं कक्षा के बच्चों के लिए स्कूल अभी बंद ही रहेंगे। स्कूलों में आठ फरवरी से 6ठी से 8वीं कक्षा की पढ़ाई शुरू होने के एक सप्ताह के बाद स्थिति की समीक्षा की जायेगी। उसके आधार पर 1ली से 5वीं कक्षा के बच्चों के लिए स्कूल खोलने के निर्णय लिये जायेंगे। 6ठी से 8वीं कक्षा की पढ़ाई के लिए स्कूलों में वही व्यवस्था होगी, जो 9वीं से 12वीं कक्षा के लिए है।
आपको बता दूं कि कोरोना से बचाव को लेकर गत 13 मार्च को तत्काल प्रभाव से अगले आदेश तक के लिए तमाम शिक्षण संस्थान बंद करने का फैसला राज्य सरकार ने लिया। उसके अगले दिन से सभी शिक्षण संस्थान बंद हो गये। कोरोना से बचाव को लेकर 22 मार्च को राष्ट्रीय स्तर पर जनता कर्फ़्यू लगा। और, उसके एक दिन बाद पूरे देश में लॉकडाउन लागू हुआ। स्कूली छात्र-छात्राओं की परीक्षाएं भी लॉकडाउन में फंस गयीं।
इसलिए कि सरकारी स्कूलों के 1ली से 8वीं कक्षा की परीक्षाएं मार्च के अंतिम हफ्ते में थीं। 9वीं एवं 11वीं कक्षा की परीक्षाएं भी नहीं हुईं थीं। चूंकि, अगले माह यानी अप्रैल से नया शैक्षिक सत्र शुरू होना था, इसलिए 1ली से 9वीं एवं 11वीं कक्षाओं के छात्र-छात्रा बिना परीक्षा के ही अगली कक्षा के लिए प्रमोट कर दिये गये। अनलॉक फेज-वन शुरू हुआ, तो सरकारी प्राइमरी-मिडिल स्कूलों में मिड डे मील के अनाज बंटने शुरू हुए।
इसके लिए बच्चों के अभिभावक बुलाये गये। अनलॉक के अगले चरण में स्कूलों में 5वीं एवं 8वीं कक्षा से प्रमोट हुए बच्चों के क्रमश: 6ठी एवं 9वीं कक्षा में दाखिले के लिए टी.सी. (स्थानान्तरण प्रमाण पत्र) बनने शुरू हुए। बाद में बच्चों का दाखिला भी शुरू हुआ। 11वीं कक्षा में भी बच्चों के दाखिले शुरू हुए। 28 सितंबर से स्कूलों में 9वीं से 12वीं कक्षाओं के क्लासरूम के ताले प्रतिदिन 33 फीसदी छात्र-छात्राओं के लिए मागदर्शन कक्षा के नाम पर खुल गये।
उसके बाद हर कार्यदिवस को अधिकतम 50 फीसदी छात्र-छात्राओं की उपस्थिति के साथ 9वीं से 12वीं कक्षा की पढ़ाई चार जनवरी से चल रही है। इसके तहत छात्र-छात्राओं के साथ ही शिक्षक-कर्मचारियों के लिए मास्क अनिवार्य है। हर कक्षा में छह फीट की दूरी पर छात्र-छात्राओं के बैठने की व्यवस्था है। छात्र-छात्राओं के लिए उपस्थिति की अनिवार्यता भले ही नहीं है, लेकिन स्कूल आने के लिए अभिभावकों से बच्चों का स्वास्थ्य संबंधी स्वघोषणा पत्र अनिवार्य है। हर कक्षा में 50 फीसदी उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए एक दिन ‘सम अंक के क्रमांक वाले’ बच्चे बुलाये जा रहे हैं, तो दूसरे दिन ‘विषम अंक के क्रमांक वाले।’
9वीं से 12वीं की तरह ही 6ठी से 8वीं के स्कूलों के परिसर, भवन व कक्षाएं, फर्नीचर, उपकरण, स्टेशनरी, भंडारकक्ष, पानी टंकी, किचेन, वाशरूम, प्रयोगशाला एवं लाइब्रेरी की सफाई कर उसे विसंक्रमित किये जायेंगे। डिजिटल थर्मोमीटर, सेनेटाइजर, साबुन की व्यवस्था की होगी। शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारी भी छह फीट की दूरी पर बैठें, यह व्यवस्था लागू होगी। यही व्यवस्था आगंतुकों के लिए भी होगी। छात्र-छात्राओं के आने-जाने के समय मुख्य द्वार पूरी तरह खुले रखे जायेंगे, ताकि एक स्थान पर भीड़ नहीं लगे।