पटना

पटना: साल का सबसे ठंडा दिन रहा शुक्रवार


तेज हवा के साथ रजौली, शेरघाटी, औरंगाबाद और गढ़ी में हुई बारिश

पटना (आससे)। बिहार के अधिकतर भाग भारी ठंड की चपेट में हैं। पिछले 24 घंटों में राज्य के दक्षिणी भाग में हुई बारिश ने ठंड को और गंभीर बना दिया है। अगले 48 घंटों में इसमें कमी होने के आसार नहीं हैं। ठंड की स्थिति को देखते हुए मौसम विभाग ने लोगों को सचेत रहने की सलाह दी है। विभाग ने बताया कि शुक्रवार को पटना में इस साल का सबसे ठंडा दिन रहा।

पिछले 48 घंटों में पटना, गया, मुजफ्फरपुर, भागलपुर, पूर्णिया, फारबिसगंज, छपरा, और दरभंगा में शीत दिवस (कोल्ड डे) की स्थिति रही। सुपौल में गंभीर शीत दिवस की स्थिति होने से लोग बेहाल रहे। कोहरे और ठंड की वजह से यातायात व्यवस्था पर काफी असर पड़ा है। पटना में हवाई सेवाएं बेहाल रहीं और दो दर्जन विमान विलंब से उड़ान भर सके। दोपहर 11 बजे तक विजिबिलिटी भी काफी कम रही। सूबे में सबसे ठंडा वाल्मीकिनगर रहा। वहां न्यूनतम तापमान 5.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग की ओर से 31 जनवरी तक पूरे राज्यभर में यलो अलर्ट जारी किया गया है।

मौसम विभाग से प्राप्त आकड़ों के अनुसार पटना में शुक्रवार को इस साल का सबसे ठंडा दिन रहा। पटना का अधिकतम तापमान 15.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। इससे पहले इस साल सबसे कम पारा 16.1 डिग्री रिकॉर्ड किया गया था। सुबह में आर्द्रता 100 प्रतिशत तक रही। यहां अधिकतम पारा सामान्य से आठ डिग्री तक नीचे पहुंच गया है। गया के अधिकतम पारे में दो डिग्री की बढ़ोतरी हुई है।

मौसम विभाग का कहना है कि बंगाल की खाड़ी से नमी का प्रवाह बढऩे से राज्य के दक्षिणी भाग में बादल तेजी से बने हैं। इस वजह से गरज तडक़ वाले बादल बने और तेज हवा के साथ रजौली, शेरघाटी, औरंगाबाद और गढ़ी में बारिश हुई। रजौली और शेरघाटी में 4 मिमी जबकि औरंगाबाद में 2.2 और गढ़ी मे 2 मिमी बारिश दर्ज की गई। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार अगले 24 घंटों में उत्तर पश्चिम दिशा से ठंडी हवाओं का प्रवाह बढऩे के आसार हैं। इससे न्यूनतम तापमान और नीचे जा सकता है।