बिहार के पारंपरिक उद्योगों से जुड़े लोगों को बाजार उपलब्ध कराना मकसद : शाहनवाज
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- गांधी मैदान में नेशनल हैंडलूम एक्सपो का शुभारंभ
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पटना (आससे)। गांधी मैदान में २१ दिसंबर तक चलनेवाले नेशनल हैंडलूम एक्सपो का भव्य शुभारंभ हुआ। बिहार विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह, उप-मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, उप-मुख्यमंत्री रेणु देवी और उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने नेशनल हैंडलूम एक्सपो का शुभारंभ किया। १६ दिनों तक चलने वाले इस मेले में बिहार के बुनकरों, हस्तशिल्पियों के स्टॉल तो लगे ही हैं, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर, कर्नाटक, महाराष्ट्र, झारखंड के भी उत्पादकों ने अपने बेहतरीन हस्तशिल्प, हथकरघा और अन्य उत्पादों की प्रदर्शनी लगायी है।
एक्सपो में बिहार के बुनकरों, हस्तशिल्पियों, कारीगरों के ५० स्टॉल लगे हैं, तो करीब ५० स्टॉल अन्य राज्यों के हैं। इस मौके पर बिहार विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह ने कहा कि बिहार में उद्योगों का तेजी से विकास हो रहा है। बिहार में हस्तशिल्प और हथकरघा से जुड़े पारंपरिक उद्योग सदियों से मौजूद हैं और ग्रामीण इलाकों में लोगों को आत्मनिर्भर बनाने में इन पारंपरिक उद्योगों की बड़ी भूमिका है।
उन्होंने हाल ही में दिल्ली में आयोजित भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में बिहार की प्रदर्शनी को नंबर वन का पुरस्कार यानी गोल्ड अवार्ड मिलने पर शुभकामनाएं दी और कहा कि उन्हें बिहार के उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन की क्षमता और कार्यशैली पर पूरा भरोसा है। उनके नेतृत्व में बिहार के हस्तशिल्प और हथकरघा उद्योग तेजी से बढ़ेंगे। उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तक सबों का उद्देश्य है कि शहरों के साथ-साथ ग्रामीण इलाकों में रोजगार के अवसर पैदा हों। इसके लिए लघु उद्योग, पारंपरिक उद्योग से बेहतर कुछ भी नहीं।
उन्होंने कहा कि नेशनल हैंडलूम एक्सपो जैसे मेलों की बहुत जरूरत है। ऐसे मेलों से ग्रामीण इलाकों में तैयार उत्पादों को बढ़ावा मिलता है और ग्रामीण इलाकों में रह रहे लोगों का सशक्तीकरण होता है। उपमुख्यमंत्री रेणु देवी ने कहा कि बिहार में औद्योगिक विकास की बयार बह चली है। बड़े से लेकर छोटे उद्योग हर किसी को पूरा प्रोत्साहन मिला है। उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन बिहार के उद्योग को नयी उम्मीद दी है, नया सपना दिया है।
उन्होंने कहा कि हम सब बिहार के औद्योगिक विकास के सपने को पूरा होते देखना चाहते हैं और इसके लिए जितने भी प्रयासों की जरूरत होगी, वो की जायेगी। उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव पर हमने ७५ मेले लगाने का बड़ा लक्ष्य रखा है और उसे पूरा करने की दिशा में दिन-रात प्रयास किया जा रहा है। नेशनल हैंडलूम मेले के बाद भी कई मेलों का आयोजन बिहार में आने वाले दिनों में होने वाला है और इसका मकसद सिर्फ एक है कि बिहार के बुनकरों को, बिहार के हस्तशिल्प कारीगरों को और अन्य पारंपरिक उद्योगों से जुड़े लोगों को बड़ा बाजार मिले। उनके बेहतरीन उत्पाद ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचे और बिहार के ग्रामीण इलाकों को आर्थिक मजबूती मिले।
उन्होंने कहा कि बिहार में डबल इंजन की सरकार का फायदा यहां के लोगों को मिल रहा है। केन्द्र और राज्य सरकारों की इतनी योजनाएं हैं कि कोई भी छूटनेवाला नहीं है। हम बिहार में बड़े उद्योगों की स्थापना के लिए कृत संकल्पित हैं तो छोटे उद्योगों को भी पीछे नहीं रहने देंगे। उद्घाटन समारोह में कई राजनीतिक हस्तियों के अलावा उद्योग विभाग के अपर मुख्य सचिव बृजेश मेहरोत्रा, तकनीकी निदेशक पंकज दीक्षित, विशेष सचिव दिलीप कुमार भी मौजूद रहे।