नई दिल्ली, । कोरोना वायरस के खिलाफ देशव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत जल्द ही सभी वयस्कों को बूस्टर डोज लगाने का सिलसिला शुरू हो सकता है। दुनिया के कई देशों में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों और अंतरराष्ट्रीय यात्रा की कठिनाइयों को दूर करने के लिए सरकार बूस्टर डोज लगाने की अनुमति देने पर विचार कर रही है। बूस्टर डोज की प्राथमिकता दूसरी डोज लगने के नौ महीने से लेकर 39 हफ्ते पूरे होने के आधार पर तय की जाएगी।
दुनिया के कई देशों में बढ़ रहा संक्रमण
सूत्रों ने सोमवार को कहा, ‘सरकार दुनिया के कुछ हिस्सों में संक्रमण में वृद्धि और अंतरराष्ट्रीय यात्रा के दौरान आने वाली कठिनाइयों को देखते हुए 18 वर्ष से ऊपर के सभी लोगों को कोरोना रोधी वैक्सीन की बूस्टर डोज लगाने की अनुमति देने पर विचार कर रही है।’
अभी 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को लगाई जा रही सतर्कता डोज
वर्तमान में स्वास्थ्य कर्मियों, फ्रंटलाइन वर्कर और 60 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों को सतर्कता डोज लगाई जा रही है। पहले 60 साल से अधिक उम्र के गंभीर रोग से ग्रस्त लोगों को ही सतर्कता डोज लगाई जा रही थी। बाद में गंभीर रोग की शर्त को हटा लिया गया था।
पिछले साल 16 जनवरी को शुरू हुआ था टीकाकरण अभियान
सरकार ने कोरोना रोधी टीकाकरण का दायरा बढ़ाते हुए 16 मार्च को इसमें 12-14 वर्ष आयुवर्ग के बच्चों को शामिल किया था। वैसे टीकाकरण अभियान के पहले चरण की शुरुआत पिछले साल 16 जनवरी को हुई थी। अब तक 181 करोड़ से ज्यादा डोज लगाई जा चुकी हैं। 82 करोड़ से ज्यादा लोगों का पूर्ण टीकाकरण भी हो चुका है यानी उन्हें वैक्सीन की दोनों डोज लगा दी गई है।