नई दिल्ली, । भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने अब रूस-यूक्रेन के विवाद पर अपनी बात रखी है। अपने इंटरनेट मीडिया एकाउंट ट्विटर पर ट्वीट करते हुए उन्होंने लिखा है कि यूकेन -रूस विवाद के बाद दुनियाभर में खाद्यान्न की मांग बढ़ना और भारत का रिकॉर्ड निर्यात करना देश के किसानों के लिए बेहतर अवसर है।
किसानों को तभी फायदा मिलेगा, जब केंद्र एमएसपी से ऊंचे दाम निर्धारित कर किसानों की फसल खरीदे। इस बार सरकार द्वारा गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2015 रुपये घोषित किया गया है लेकिन बाहर मांग बढ़ने से खुले बाजार में गेहूं का मूल्य बढ़ गया है। आशंका जताई जा रही है कि खुले बाजार में अधिक कीमत मिलने से सरकारी केंद्रों पर गेहूं की खरीद प्रभावित हो सकती है।
मालूम हो कि राकेश टिकैत किसान आंदोलन के समय से ही किसानों के लिए एमएसपी कानून बनाने की मांग कर रहे हैं और वो आज भी समय-समय पर अपनी इस मांग को दोहराते रहते हैं। इससे पहले भी उन्होंने एक ट्वीट किया था जिसमें उन्होंने लिखा था कि केंद्र सरकार एमएसपी पर कमेटी गठन के नाम पर छल करने का काम कर रही। एसकेएम से 3 नाम लेकर कमेटी का स्वरूप और योजना भी नहीं बताना चाहती। इस धोखे का जवाब फिर से देशभर में किसानों का आंदोलन कर दिया जाएगा।