पटना। बिहार स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने कहा कि जमुई के सिकंदरा एवं बरहट में कोरोना की रैपिड एंटीजन जांच में अनियमितता पायी गई है, जबकि अन्य जिलों में कोविड जांच कराने वाले व्यक्तियों को संख्या सही है। हालांकि कई व्यक्तियों के फोन नंबर में गड़बड़ी मिली है।
उन्होंने शनिवार को सूचना भवन स्थित संवाद कक्ष में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि एंटीजन टेस्ट कराने वाली शेखपुरा निवासी सोनाली कुमारी के पिता अजीत कुमार से पूछताछ में टेस्ट कराने की पुष्टि हुई है। इसी तरह अररिया के फारबिसगंज में कोविड जांच कराने वाले व्यक्ति सही पाए गए, किंतु उनमें कुछ व्यक्तियों के मोबाइल नंबर शून्य पाए गए। इसके लिए वहां के सिविल सर्जन से स्पष्टीकरण मांगा गया है।
वहीं, शिवहर के पूरनहिया प्रखंड में भी 30-40 लोगों के मोबाइल नंबर गलत पाए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने एंटीजन टेस्ट में अनियमितता मामले की 10 टीमों के माध्यम से 26 जिलों में और शेष जिलों में जिलाधिकारियों के माध्यम से रैंडम जांच करायी है। इनकी प्रारंभिक रिपोर्ट में ये बातें सामने आयी हैं।
अमृत ने कहा कि कुछ कर्मियों की गलती से पूरे अभियान को गलत नहीं ठहराया जा सकता है। किसी भी जगह कोरोना जांच में अनियमितता पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। कहा कि जून-जुलाई, 2020 में राज्य में एक हजार आरटीपीसीआर जांच की भी क्षमता नहीं थी।