वैशाली महोत्सव प्रारंभ
हाजीपुर (आससे)। उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि ऐतिहासिक वैशाली का गौरवशाली इतिहास रहा है। वैशाली में ही पहली बार लोकतंत्र की लालिमा फूटी थी। सत्य, अहिंसा, करूणा, दया से परिपूर्ण लोक कल्याणकारी बौद्ध व जैन धर्म के प्रवर्तक भगवान बुद्ध व महावीर की यह भूमि है। इसके गौरवशाली इतिहास को आने वाली पीढिय़ों को सुरक्षित, संजोए रखा जाना चाहिए। इसके लिए हर किसी को प्रतिबद्ध होना चाहिए। गुरुवार को वैशाली महोत्सव उद्घाटन के बाद उपस्थित लोगों को वे संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि बिहार के अतीक का गौरव है, ऐसे महोत्सव कार्यक्रम से अतीक को याद किया गया है, माँ सीता को बिहार की बेटी के रूप में याद किया जाना चाहिये, उन्होंने कहा कि अशोक स्तंभ देश का इतिहास है, जो गर्व की बात है। वैशाली की इतिहास को संजोय रखता है। वही उप मुख्यमंत्री ने विधायक के द्वारा मांग करने पर कहा कि हरसंभव प्रयास होगा कि प्रत्येक वर्ष भव्य आयोजन होगा और अंतरराष्ट्रीय स्तर के कलाकार भी आएंगे। उन्होंने कहा कि वैशाली के विकास के लिये मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हमेशा प्रयास करते रहे। इस मौके वैशाली विधायक सिद्धार्थ पटेल, लालगंज विधायक संजय सिंह, हाजीपुर विधायक अवधेश कुमार सिंह, पातेपुर विधायक लखेन्द्र रौशन सहित अन्य भी संबोधित किया।
समारोह के आयोजक जिला प्रशासन की ओर से जिलाधिकारी श्रीमति उदिता सिंह ने मुख्य अतिथि उप मुख्यमंत्री व अन्य अतिथियों का स्वागत किया। जिलाधिकारी ने अपने स्वागत भाषण में वैशाली की एतिहासिकता, गौरवशाली इतिहास पर प्रकाश डाला। सुबह से देर शाम तक चला कार्यक्रमों का दौर, नौका पर रखी गई थी भगवान महावीर की प्रतिमा, सांस्कृतिक आयोजन में झूमते रहे लोग।
पुष्करिणी में हुआ मछुआ गीत
पूजा संपन्न होने के बाद स्काउट गाइड के पांच कैडेट मयूर आकृति में बने नौका पर मंगल कलश रखा। कलश के साथ भगवान महावीर की प्रतिमा भी नौका पर रखा गया था। दो नावों को जोडक़र बनाए गए नौका पर कुल 13 मछुआ गायक वाद्य यंत्र के साथ विराजमान थे। पुष्करिणी में मछुआ गीत व निकलने वाली शोभायात्रा देखने के लिए घाट के चारों ओर हजारों लोगों की भारी भीड़ मौजूद थी। कलाकारों ने देर अपनी प्रस्तुति से दर्शकों को मन मोह लिया।
नृत्य नाटिका से हुआ कार्यक्रम का आगाज
कलामंच पर अजय सेंडके और कलवी गोसावी ने भगवान महावीर के जन्मोत्सव पर आधारित नृत्य नाटिका से कल्चरल इवेंट का आगाज हुआ। इसके बाद वैशाली संगीत कलामंच महावीर जन्मोत्सव पर आधारित नृत्य नाटिका की प्रस्तुति दी। परंपरा अनुसार महोत्सव के मंच पर मंगल कलश स्थापना के साथ महोत्सव का आगाज हुआ। डीएम राजीव रौशन ने स्काउट गाइड कैडेटों द्वारा लाए गए मंगल कलश ग्रहण कर मंच पर बने स्तंभ पर प्रतिष्ठित किया।
वैशाली को विश्व का सबसे पहला गणतंत्र होने का गौरव प्राप्त है। भगवान महावीर की जन्म स्थली होने के कारण जैन धर्म के मतावलम्बियों के लिए वैशाली एक पवित्र स्थल है। भगवान बुद्ध का इस धरती पर तीन बार आगमन हुआ, यह उनकी कर्मभूमि भी थी।
उन्होंने कहा कि वैशाली का धार्मिक, सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और पौराणिक महत्व अद्भुत है, जो स्थानीय समाज और पर्यटकों के लिए प्रमुख आकर्षण का केंद्र रहा है। महत्वपूर्ण स्थलों में अशोक स्तंभ, विश्व शांति स्तूप, अभिषेक पुष्करण, राजा विशाल का गढ़, बावन पोखर मंदिर, रामचौरा मंदिर इत्यादि स्थान शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि बिहार सरकार का पर्यटन विभाग और स्थानीय जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में वैशाली की गौरवशाली समृद्ध विरासत को संवर्धित एवं संजोने का प्रयास सराहनीय है। उन्होंने कहा कि बिहार के लोकप्रिय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के कुशल मार्गदर्शन में सरकार ने राज्य के विभिन्न पर्यटक स्थलों के विकास और उसके संवर्धन की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं, जिससे देशी और विदेशी पर्यटकों की संख्या में काफी वृद्धि हुई है।
कार्यक्रम के दौरान उपमुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन द्वारा लगाये गये विभिन्न विभागों के स्टॉलों का भी निरीक्षण किया। कलाकारों द्वारा लोक गीत एवं संगीत की मनमोहक प्रस्तुति दी गयी। रुपम त्रिविक्रम ने बेहतरीन अंदाज में मंच संचालन किया। कार्यक्रम के दौरान वैशाली की सांसद श्रीमति वीणा देवी, विधायक श्री संजय कुमार सिंह, विधायक श्री अवधेश सिंह, विधायक लखेन्द्र कुमार रौशन, विधायक श्री सिद्धार्थ पटेल, विधान पार्षद श्री देवेश चंद्र ठाकुर, जिलाधिकारी श्रीमति उदिता सिंह, पुलिस अधीक्षक, अनुमंडल पदाधिकारी, भाजपा जिला अध्यक्ष श्री प्रेम सिंह कुशवाहा, पूर्व जिला परिषद् अध्यक्ष श्रीमति ललिता कुशवाहा सहित जिला प्रशासन और पर्यटन विभाग के अधिकारी गण एवं भारी संख्या में जिलावासी उपस्थित थे।