नई दिल्ली, । नेशनल कांफ्रेंस के प्रमुख फारुक अब्दुल्ला (NC chief Farooq Abdullah) ने संयुक्त विपक्ष के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में विचार के लिए अपना नाम वापस लिया है। इससे पहले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार ने भी राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ने में अनिच्छा जताई थी। हालांकि कुछ विपक्षी दलों की ओर से उनकी उम्मीदवारी का समर्थन किया गया था।
फारूक अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) ने कहा- मैं राष्ट्रपति पद के लिए संभावित संयुक्त विपक्षी उम्मीदवार के रूप में अपना नाम विचार से वापस लेता हूं। मेरा मानना है कि जम्मू-कश्मीर एक महत्वपूर्ण मोड़ से गुजर रहा है। ऐसे अनिश्चित समय में राज्य के लोगों की बात रखने में मदद के लिए मेरे प्रयासों की जरूरत है।
फारुक अब्दुल्ला (NC chief Farooq Abdullah) ने यह भी कहा कि मैं अभी सक्रिय राजनीति में सक्रिय हूं। मैं जम्मू-कश्मीर और देश की सेवा में सकारात्मक योगदान देने के लिए तत्पर हूं। मैं अपना नाम प्रस्तावित करने के लिए ममता दीदी का आभारी हूं। मैं उन सभी वरिष्ठ नेताओं का भी आभारी हूं जिन्होंने मुझे अपना समर्थन दिया।
उल्लेखनीय है कि हाल ही में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) की ओर से भी बयान जारी कर कहा गया था कि शरद पवार भी राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ने को इच्छुक नहीं हैं। दरअसल पिछले हफ्ते कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे राज्यसभा चुनाव के सिलसिले में मुंबई गए थे। तब उन्होंने राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार के तौर पर शरद पवार के नाम की पैरवी की थी।