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Amarnath : डा फारूक अब्दुल्ला बोले- जोखिम भरी जगह पर टेंट लगाने की क्या थी जरूरत, जांच करवाए सरकार


जम्मू, । पूर्ववर्ती राज्य जम्मू-कश्मीर के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं नेशनल कांफ्रेंस के प्रमुख डा फारूक अब्दुल्ला ने अमरनाथ त्रासदी पर दुख प्रकट करते हुए कहा कि सरकार को इस पूरे मामले की जांच करने की जरूरत है, क्योंकि जोखिम भरी जगह पर टेंट लगाने की क्या जरूरत है। इससे पहले कभी भी इस स्थान पर टेंट नहीं लगाए। अगर इस जगह पर टेंट नहीं लगाए गए होते तो जानी नुकसान का आंकड़ा कम होता।

डा फारूक अब्दुल्ला ने अमरनाथ की पवित्र गुफा के समीप गत शुक्रवार को बादल फटने से हुई तबाही पर दुख प्रकट किया है। उन्होंने कहा कि यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है और सरकार को इस बात की जांच करनी चाहिए कि आखिरकार अमरनाथ श्रद्धालुओं के लिए टेंट एक जोखिम भरे स्थान पर क्यों लगाए गए थे। इससे पहले कभी भी इस स्थान पर टेंट नहीं लगाए गए हैं। यह चिंता की विषय है और एक मानवीय त्रुटि भी हो सकती है।

उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि अमरनाथ में आई त्रासदी का शिकार होने वाले श्रद्धालुओं के परिजनों को सरकार की ओर से अच्छा मुआवजा प्रदान किया जाएगा।

यहां यह बता दें कि अमरनाथ की पवित्र गुफा के समीप बादल फटने से 16 की मौत हो चुकी है जबकि 40 लापता हो गए हैं। सेना के एमआइ 17वी5 हेलिकाप्टर की दमद से पंचतरणी में बचाव अभियान चलाते हुए 21 श्रद्धालुओं को सुरक्षित बचा लिया गया है।

इसी बीच एनडीआरएफ के डीजी अतुल करवाल का कहना है कि अमरनाथ त्रासदी में अब तक 16 की मौत हो चुकी है जबकि अभी भी 40 लापता हैं। बचाव दल को राहत अभियान में किसी तरह की कोई परेशानी पेश नहीं आ रही है। एनडीआरएफ की चार टीमों और 100 बचाव दलकर्मी राहत अभियान में जीजान से जुटे हैं। सभी श्रद्धालुओं को सुरक्षित जगह पर पहुंचा दिया गया है।