- रोहतक। एशियाई चैंपियनशिप मेंपिछली बार गोल्ड मेडल जीतने वालेदुनिया के नंबर-एक मुक्केबाज अमित पंघाल को सिल्वर से संतोष करना पड़ा। 52 किग्रा भारवर्ग में उनको निजी कोच की कमी फाइनल मुकाबले में भारी पड़ी। उन्हें इस निर्णायक मैच में मामूली अंतर से हार का सामना करना पड़ा। अब उन्हें रजत पदक के साथ ही वतन लौटना पड़ेगा। फाइनल में वह उज्बेकिस्तान के मुक्केबाज शोखाबिन जोइरोव से हार गए।
पंघाल पर इस हार का टोक्यो ओलंपिक में मानसिक रूप से असर भी पड़ सकता है क्योंकि जोइरोव से उनकी लगातार तीसरी हार है। उन्होंने ट्वीट कर निजी कोच की कमी को दर्द बयां किया। साथ ही टोक्यो ओलंपिक में अपने कोच को पदक के साथ खड़े होने की इच्छा भी प्रकट की है।
पिछली बार एशियाई चैंपियनशिप में स्वर्ण जीत चुके रोहतक के गांव मायना निवासी पंघाल से इस बार भी स्वर्ण जीतने की उम्मीदें थीं, लेकिन फाइनल में जोइरोव ने उन्हें 3-2 के मामूली अंतर से हरा दिया। हालांकि, पंघाल ने शुरू से ही आक्रमक खेल का प्रदर्शन किया, वह अधिक अंक पाने में असफल रहे। उनका खेल देख रहे विशेषज जीत मान रहे थे, लेकिन जब रेफरी ने जोइरोव को विजेता घोषित कर दिया। जोइरोव रियो ओलंपिक के विजेता हैं और पंघाल को इससे पहले दो बार हरा चुके हैं। टोक्यो ओलंपिक में भी दोनों मुक्केबाज का मुकाबला होना तय है।