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Bareilly : हाईकोर्ट से राहत ना मिलने पर लोअर कोर्ट पहुंचे STF व नारकोटिक्स कर्मी भाजपा नेता की तलाश तेज –


बरेली : 3 लाख 10 हजार रुपये लूटकांड में फंसे नारकोटिक्स इंस्पेक्टर दीपक शर्मा, दारोगा विवेक उत्तम, एसटीएफ के तत्कालीन हेड कांस्टेबल जगवीर यादव हाईकोर्ट से राहत ना मिलने के बाद लोअर कोर्ट पहुंचे हैं।

तीनों ने लोअर कोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए अर्जी लगाई है, जिस पर कोर्ट ने सुनवाई के लिए तीन जुलाई की तारीख नियत कर दी है। हाईकोर्ट के बाद आरोपितों को लोअर कोर्ट से किसी भी दशा राहत ना मिले, पुलिस ने भी इसकी तैयारी पूरी कर ली है।

इधर, गैर जमानती वारंट के बाद भाजपा जिला मंत्री प्रभाशंकर वर्मा की तलाश तेज कर दी गई है। एनबीडब्ल्यू के बाद से वह अंडरग्राउंड हो गए हैं। नारकोटिक्स इंस्पेक्टर व दारोगा की तैनाती बाराबंकी जनपद में है। मामले की जांच सीओ प्रथम श्वेता यादव कर रही हैं।

नारकोटिक्स कर्मियों को हाईकोर्ट से लगा झटका

नारकोटिक्स व एसटीएफ कर्मियों को हाईकोर्ट से झटका लग चुका है। बदायूं भाजपा जिला मंत्री प्रभाशंकर वर्मा के विरुद्ध गैर जमानती वारंट जारी हो चु्का है। आरोपितों को क्लीनचिट देने में जिला अफीम अधिकारी लालाराम दिनकर को जवाब के लिए दो-दो नोटिस भी भेजे जा चुके हैं, हालांकि लालाराम ने आरोपितों को क्लीनचिट देने की बात से इन्कार किया था।

कहा था कि उन्होंने सिर्फ एसपी सिटी राहुल भाटी की जांच रिपोर्ट पर अपने कमेंट दिये थे। विभाग के उच्चाधिकारियों से बात के बाद नोटिस का जवाब देने की बात कही थी।

यह है पूरा मामला

बदायूं के बिनावर स्थित नाई गांव निवासी भगवान देवी ने नारकोटिक्स इंस्पेक्टर दीपक शर्मा, दारोगा विवेक उत्तम, एसटीएफ के तत्कालीन हेड कांस्टेबल जगवीर यादव व बदायूं भाजपा जिला मंत्री प्रभाशंकर वर्मा के विरुद्ध कोतवाली में प्राथमिकी लिखाई थी।

आरोप था कि 19 सितंबर 2022 को आरोपितों ने पति अजयपाल को नारकोटिक्स कार्यालय बुलाया और 3.10 लाख रुपये लूट लिए। पति ने मामले में कार्रवाई के लिए उच्चाधिकारियों से शिकायत की तो 24 नवंबर 2022 को नारकोटिक्स अफसरों ने उन्हें एनडीपीएस में जेल भेज दिया।

सीओ प्रथम श्वेता तिवारी ने बताया- नारकोटिक्स व एसटीएफ कर्मियों द्वारा लोअर कोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए अर्जी डालने की बात सामने आई है। प्रकरण में हर बिंदु पर जांच की जा रही है। साक्ष्यों के आधार पर अग्रिम विधिक कार्रवाई प्रचलित है।