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Bhagalpur: बूंद-बूंद को मोहताज हुआ भागलपुर शहर, बुडको की लापरवाही से पानी के लिए मचा हाहाकार


भागलपुर। भागलपुर के शहरी क्षेत्र में भीषण के बीच शहरवासी को सुलभ तरीके से पेयजल नहीं मिल रहा है। बुडको की नाकामी से शहरवासी को असुविधा हो रही है।

 

पिछले दो दिनों से दर्जनभर मुहल्ले की करीब 40 हजार की आबादी जलसंकट का सामना कर रहे हैं। वैकल्पिक व्यवस्था के निगम के प्याऊ व निजी बोरिंग से पानी लाने को विवश है।

मायागंज, खंजरपुर, आदमपुर व राधा रानी सिन्हा मार्ग में जलापूर्ति संकट का सामना कर रहे हैं। वार्ड 23 के लोग पानी के लिए तरस गए।

बुधवार दोपहर बाद से गुरुवार देर रात तक पानी की आपूर्ति नहीं हुई। इसकी वजह से लोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी। नगर निगम की ओर से पानी का टैंकर पहुंचा कर लोगों को थोड़ी राहत देने की कोशिश की गई। आदमपुर में सीएमएस स्कूल के सामने जलापूर्ति पाइप बिछाई जा रही है।

इस दौरान नगर निगम का पुराना 14 इंच व्यास का पाइप गड्ढा खोदने के क्रम में क्षतिग्रस्त हो गया। जिससे सड़क पर पेयजल का पानी जलजमाव में तब्दील हो गई। इसके बाद मरम्मत कार्य के लिए वाटर वर्क्स से जलापूर्ति बंद करना पड़ा। जिससे वाटर वर्क्स से घंटाघर व मानिक सरकार के जलमीनार में भंडारण नहीं हो सकी।

बुडको की लचर कार्यशैली के कारण जलापूर्ति व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए एक ही जगह पर दोबारा सड़कों को तोड़ी जा रही है। पाइपलाइन से जलापूर्ति के लिए कोई निश्चित समय निर्धारित नहीं की है। लगातार मियाद पर मियाद बढ़ता जा रहा है। यहां गत वर्ष खोदकर गड्ढे को मिट्टी से भर दिया गया था। यहां फिर खोदने के दौरान निगम का जलापूर्ति पाइप क्षतिग्रस्त हो गया।

नए जलापूर्ति पाइप और निगम के पाइप काे जोड़ने के लिए वाटर वर्क्स से आपूर्ति को बंद करना पड़ा। क्षतिग्रस्त होने के बाद यहां अब एक दूसरे को जोड़ने के लिए ज्वाइंट पाइप जोड़ा जाना है। साथ ही चाबी भी लगाई जाएगी। लेकिन पाइप में पानी का प्रेशर अधिक होने से लीकेज बंद करने के लिए देर रात तक मशक्कत जारी रहा। इसमें निगम व बुडको की टीम लगातार प्रयासरत है, लेकिन सफलता नहीं मिली। गड्ढे से पंप सेट के माध्यम से पानी निकाला जा रहा है।

यहां पिछले एक वर्ष से बुडको की एजेंसी वीए टेक मुख्य राइजिंग पाइप बिछाने का कार्य कर रही है। आदमपुर चौक पर पुलिया से नीचे से पाइप बिछाने का कार्य पूरा हो चुका है। इस कार्य में करीब एक वर्ष लग गए, फिर भी पूरा नहीं हुआ। अब मानिक सरकार चौक से आदमपुर की ओर आने वाले पाइप को पुलिया के पास आपस में जोड़ा जा रहा है।

हाउसिंग बोर्ड जलमीनार से आपूर्ति बाधित

बरारी स्थित हाउसिंग बोर्ड कालोनी परिसर में निगम के पुराने जलमीनार से जलापूर्ति बाधित हुई है। यहां बाेरिंग के माध्यम से होने वाली जलापूर्ति पाइप का चाबी खराब हो गया।

जिसके बाद मुहल्ले में कम प्रेशर से पानी पहुंच रहा है तो किसी गलियों में आपूर्ति बाधित है। इससे लाेगाें को पीने का पानी नहीं मिलने लगा है।

निगम के जलकल शाखा प्रभारी ने टीम भेजकर चाबी मरम्मत का कार्य शुरू करवा दिया है। चाबी की मरम्मत के लिए मिस्त्री के पास भेजा गया है। लोगों को पानी संकट ज्यादा नहीं झेलना पड़ेगा।

कहीं पानी को तरस रही जनता तो कहीं भूगर्भ जल का दोहन

नाथनगर के कर्णगढ़ में जलमीनार का जीर्णोद्धार कार्य पूरा हो गया। जलापूर्ति योजना के तहत लोगों को पानी कनेक्शन भी मिल गया। अब पिछले तीन दिनों से ट्रायल एंड रन चल रहा है।

इसके लिए जलमीनार में डीप बोरिंग से पानी का भंडारण कर ट्रायल का सिलसिला जारी है, ताकि पाइप के लीकेज से संबंधित समस्या को दूर किया जा सके।

कर्णगढ़ में पंचमुखी हनुमान मंदिर के सामने जलापूर्ति लीकेज से लाखों लीटर पानी सड़क पर बह रहा है। वो भी भूगर्भ जल की बर्बादी की जा रही है।

इस भीषण गर्मी में लगातार भूगर्भ जलस्तर गिर रहा है। जिससे कई इलाके को पानी के लिए भटकना पड़ रहा है। वहीं ट्रायल के लिए पानी की बर्बादी की जा रही है।

भीखनपुर तोड़ी सड़क, नहीं हुआ जीर्णोद्धार

भीखनपुर गुमटी नंबर- तीन स्थित ट्रैफिक सिग्नल और आदमपुर में चंद्रशेखर आजाद की प्रतिमा के पास पाइपलाइन के लिए सड़क खोदी गई। ढाई माह बाद भी वह सड़क नहीं बनी, जबकि सड़क निर्माण का कार्य पथ निर्माण विभाग को करना है। लेकिन, अबतक पहल नहीं हुई।

भीखनपुर के पास सड़क धंस गई। इससे सिंग्नल पर खड़ी वाहनों के आवाजाही पर प्रभाव पड़ा है। मिट्टी भरने ऊबड़-खाबड़ सड़क पर लोगों का चलना दूभर हो गया है।

क्या कहते हैं अधिकारी?

यहां पाइप क्षतिग्रस्त नहीं हुआ था, बल्कि नगर निगम की पाइप का टी ज्वाइंट लगा हुआ था। इससे हैंडीकैप निकल गया था। इसे देर रात लगा दिया गया है। बाद में हैंडीकैप नहीं निकले इसके लिए आरसीसी कराया जा रहा है। देर रात गड्ढे को बंद कर दिया जाएगा। शुक्रवार सुबह जलापूर्ति होने लगेगी।– कमल किशोर प्रसाद, परियोजना निदेशक, जलापूर्ति, बुडको