पटना। राज्य में उर्दू, अरबी और फारसी विषय के 26 हजार 500 पदों पर शिक्षकों की नियुक्ति के लिए इस साल विशेष अभियान चलाया जाएगा। इसके लिए विशेष शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) और माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (एसटीईटी) का आयोजित की जाएगी। बिहार शिक्षा विभाग ने इसके लिए तैयारी शुरू कर दी है।
शिक्षा मंत्री का आदेश जारी
बता दें कि इससे पहले वर्ष 2013 में उर्दू के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा आयोजित की गई थी। वहीं शिक्षा मंत्री प्रो.चन्द्रशेखर ने संबंधित विषयों में शिक्षकों की नियुक्ति के लिए अधिकारियों को 15 दिनों के अंदर नियमावली का ड्राफ्ट बनाने का आदेश दिया है।
10वीं से 12वीं कक्षा में 5500 पदों पर नियुक्ति
माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में भी उर्दू शिक्षकों के खाली पदों और जरूरत के हिसाब से पदों का सृजन किया जा रहा है। माध्यमिक विद्यालयों में उर्दू विषय में 2000, फारसी में 600 तथा अरबी में 300 पद सृजित होंगे। इस प्रकार तीनों विषय में 2900 पदों पर शिक्षक नियुक्त किए जाएंगे।
इसी तरह उच्च माध्यमिक विद्यालयों में उर्दू विषय में 2000, फारसी में 400 तथा अरबी में 200 पद सृजित किए जाएंगे। इस प्रकार कुल 2600 पद सृजित किए जाएंगे। माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में उर्दू, फारसी एवं अरबी विषय में 5500 पदों पर शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी।
कक्षा एक से 8वीं तक में 21 हजार पदों पर बहाली
राज्य में उर्दू विषय के लिए कक्षा एक से पांच तक शिक्षकों के लिए 30 हजार 32 पद स्वीकृत हैं, जिनमें 18 हजार 666 पदों पर शिक्षक कार्यरत हैं। कुल 11 हजार 166 पद खाली हैं। कक्षा छह से 8वीं तक के उर्दू शिक्षकों के लिए 3 हजार 794 स्वीकृत पद हैं, जिनमें 2 हजार 645 पदों पर शिक्षक कार्यरत हैं और 1 हजार 637 खाली हैं।
शिक्षक छात्र अनुपात को ठीक रखने के लिए कक्षा एक से 5वीं तक 4 हजार 580 उर्दू शिक्षक और कक्षा 6 से 8वीं तक के 2 हजार 810 उर्दू शिक्षक के लिए अतिरिक्त पद सृजित होंगे। इस प्रकार कक्षा एक से 8वीं तक उर्दू विषय के लिए कुल 21 हजार पदों पर नियुक्ति की तैयारी हो रही है।