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पर्चा लीक होने के मामले में पटना में शनिवार को हंगामा हो गया। यहां सोशल साइंस का पर्चा लीक होने के बाद एक पाली की परीक्षा रद्द कर दी गई थी। इसके विरोध में छात्रों ने भारी हंगामा किया। छात्रों की भीड़ ने एसके पुरी थाना क्षेत्र में गाड़ियों में तोड़फोड़ की और पत्थरबाजी की। यह सब हंगामा थाने से कुछ मीटर की दूरी पर हुआ। वीडियो के आधार पर कुछ छात्रों को हिरासत में लिए गए हैं। (नीचे देखें हंगामे का वीडियो) दरअसल, बिहार बोर्ड 2021 की परीक्षाओं के तहत शुक्रवार को मैट्रिक के सामाजिक विज्ञान विषय की परीक्षा आयोजित की गई थी। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने यह मुद्दा विधानसभा में उठाया तो मुख्यमंत्री नितिश कुमार ने जांच करने का आश्वासन दिया है। ताजा खबर यह है कि सरकार ने जांच के बाद सामाजिक विज्ञान की पहली पाली में हुई परीक्षा रद्द कर दी है। अब इस परीक्षा में बैठने वाले 8 लाख 46 हजार 504 छात्रों को 8 मार्च को दोबारा यह परीक्षा देना होगी। बिहार बोर्ड अध्यक्ष आनंद किशोर ने यह जानकारी दी।
व्हाट्सऐप पर भेजा गया था पर्चाविधानसभा में मामला उठने के बाद सरकार हरकत में आई और मामले की जांच शुरू हुई। पता चला कि सोशल साइंस की पहली पाली की परीक्षा का 111-0470581 क्रमांक का प्रश्न पत्र जमुई जिले में व्हाट्सऐप पर भेजा गया था। प्रशन पत्र जमुई जिले के स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ब्रांच, झाझा से जारी हुआ था। सुबह परीक्षा शुरू होने के पूर्व बैंक से प्रश्न पत्र को निकाले जाने और इसका फोटो व्हाट्सऐप पर भेजी गई। इसके बाद बोर्ड ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई। अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर का कहना है कि जो भी दोषी होगा, उसे सख्त सजा दी जाएगी।
विपक्ष के निशाने पर सरकार
इस मामले पर राजनीति भी खूब हो रही है। विधानसभा में मुद्दा उठाने के बाद तेजस्वी यादव ने ट्वीट किया और लिखा, ‘बिहार में कोई भी ऐसी परीक्षा नहीं, जिसमें कोई धांधली नहीं हुई हो। कोरोना में पूरे साल स्कूलों में पढ़ाई हुई नहीं, ऊपर से बिना तैयारी करवाए समय पर परीक्षा! अब तक हुए मैट्रिक के तीनों में से तीनों पेपर लीक हो चुके है लेकिन CM और मंत्री को जानकारी ही नहीं।सब हमें ही बताना पड़ता है।’