बदायूं, मेरठ से प्रयागराज तक बन रहे गंगा एक्सप्रेस वे का सबसे बड़ा हिस्सा बदायूं जिले में है। आने वाले समय मे इसका बड़ा फायदा बदायूं को मिलेगा तो निर्माण के दौरान यह एक्सप्रेस वे दर्द भी बहुत दे रहा है। ठेकेदारों द्वारा निर्माण कार्य के लिए मनमुताबिक जगह से मिट्टी उठाई जा रही है। जिससे बड़े बड़े गड्ढे बन रहे है। वर्षा में उन्ही गड्ढों में पानी भर जा रहा।
ये गड्ढे जानलेवा होते जा रहे हैं। इन गड्ढों में गिरकर बच्चों के साथ अनहोनी हो रही है। आसपास वाले गांव के बच्चे खेलते समय उनमें डूब जा रहे है। बीते सात दिन में तीन बच्चों की डूबकर मृत्यु हो गई। अब एक बार फिर से इस गड्ढे ने दो और मासूमों को निगल लिया।
फुरकान और आमिर ने गंवाई जान
ताजा मामला उघेती थाना क्षेत्र के गांव ऐपुरा का है। गांव निवासी तसब्बर का 14 वर्षीय बेटा फुरकान और शफी मोहम्मद का 12 वर्षीय बेटा आमिर खेलने के लिए गांव के पास में ही गए थे। किसी तरह गंगा एक्सप्रेस वे के लिए खोदे गए गड्ढों के पास चले गए।
घर में मचा कोहराम
गड्ढों में पानी भरा होने के चलते दोनों ही बच्चे इसमें डूब गए, उनकी चीख पुकार सुनकर अन्य बच्चों ने शोर मचाया। जब तक उनको बाहर निकाला गया तब तक दोनों की मृत्यु हो चुकी थी। सूचना पर पुलिस पहुंची है। दोनों बच्चों के स्वजन में कोहराम मचा हुआ है।
इससे पहले दो मासूमों की गई थी जान
इससे पहले भी इन गड्ढों ने मासूमों को अपना शिकार बनाया था। बीघापुर तहसील के अटवट गांव निवासी रामू का सात वर्षीय बेटा शिवम पड़ोस के इंदर के नौ वर्षीय बेटे मयंक व मोहल्ले के कुछ अन्य बच्चों के साथ रोज की तरह घर से कुछ दूर निर्माणाधीन गंगा एक्सप्रेस वे पर खेल रहे थे। खेलते-खेलते वह एक्सप्रेसवे के बीचो-बीच पानी निकालने को बनाए जा रहे नाले के किनारे जा पहुंचे। खेलने के दौरान किनारे की मिट्टी धंसने से शिवम और मयंक गहरे पानी में जा गिरे। ग्रामीणों द्वारा जब तक दोनों को निकाला जाता, उनकी मौत हो गई।