हृदयनारायण दीक्षित विश्वका भाग होनेके कारण मनुष्य और प्रकृतिके मध्य आत्मीय संबन्ध हैं, लेकिन अंतर्विरोध भी है। मनुष्य सामाजिक प्राणी है इसलिए समाजका हिस्सा है। अनेक मनुष्य सामाजिक नियम नहीं मानते थे। अपराध कर्म भी करते थे। समाज और ऐसे मनुष्योंके बीच अंतर्विरोध स्वभाविक है। अपराध रोकना और समाजको स्वभाविक संगतिमें गतिशील रखना राजव्यवस्थाका कर्तव्य […]
सम्पादकीय
कोरोनाकी नयी लहरपर कैसे लगेगी रोक
तारकेश्वर मिश्र देशमें एक बार फिर कोरोनासे जुड़ी खबरोंमें तेजी आ गयी है। एक ओर देशमें कोरोनाका टीकाकरण जारी है वहीं दूसरी ओर कोरोनाके नये मरीज तेजीसे सामने आ रहे हैं। कोरोनाकी नयी लहर चिंताका बड़ा कारण है। वास्तवमें कोरोना वायरसके बढ़ते संक्रमणकी बुनियादी वजह गलतफहमी और आम लापरवाही है। चूंकि देशमें संक्रमण सिकुड़ रहा […]
भगवानका स्वरूप
डा. विनोद श्रीमद् भागवत साक्षात भगवानका स्वरूप है इसीलिए श्रद्धापूर्वक इसकी पूजा-अर्चना की जाती है। इसके पठन एवं श्रवणसे भोग और मोक्ष दोनों सुलभ हो जाते हैं। मनकी शुद्धिके लिए इससे बड़ा कोई साधन नहीं है। सिंहकी गर्जना सुनकर जैसे भेडिय़े भाग जाते हैं, वैसे ही भागवतके पाठसे कलियुगके समस्त दोष नष्ट हो जाते हैं। […]
बुजुर्गोंको मुफ्त टीका
देशमें कोरोना वायरसके खिलाफ मजबूत और सफल लड़ाईके क्रममें केन्द्र सरकारने एक बड़ा कदम आगे बढ़ाया है। टीकाकरणका बड़ा अभियान पहलेसे ही चल रहा है। इसका तीसरा चरण एक मार्चसे प्रारम्भ होने जा रहा है। इसमें ६० वर्षसे अधिक उम्रवाले बुजुर्गों और ४५ वर्षसे अधिक उम्रवाले उन लोगोंको टीका लगाया जायगा, जो गम्भीर बीमारियोंसे ग्रसित […]
जारी है कोरोनाका दंश
ऋतुपर्ण दवे महाराष्ट्र और दक्षिणके रास्ते तेजीसे फैल रहे नये रूपके कोरोना वायरसने चिन्ताएं बढ़ा दी है। महाराष्ट्रमें तो हालात इस कदर बेकाबू दिख रहे हैं कि कई शहरोंको फिरसे लॉकडाउनके सायेमें करनेकी मजबूरी हो गयी है। यही स्थिति कमोवेश दक्षिणके कई राज्योंमें है जहां एन४४० के रूपका कोरोना बहुत ही तेजीसे फैल रहा है। […]
अधिकारोंको लीलता परिवार तंत्र
लक्ष्मीकांत चावला सन् १९९१ से पूरे देशमें नगर निगमों, नगर पालिकाओं तथा पंचायतोंमें महिलाओंको ३३ प्रतिशत आरक्षणका लाभ मिला। जहां पहले महिलाएं दूसरे उम्मीदवारोंके लिए हाथ उठा-उठाकर नारे लगातीं, दिन-रात काम करती दिखाई देती थीं, इस आरक्षणके साथ महिलाएं स्वयं उम्मीदवार बनकर चुनाव क्षेत्रमें उतरीं। विशेष बात यह रही कि यदि एक वार्डमें पांच महिलाएं […]
अत्यन्त शक्तिशाली और विध्वंसक टैंक
योगेश कुमार गोयल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा गत दिनों देशका मुख्य स्वदेशी युद्धक टैंक ‘अर्जुन मार्क-१ए’ (एमके-१ए) चेन्नई में सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणेको सौंपते हुए राष्ट्रको समर्पित किया गया। सीमापर दुश्मनोंको करारा जवाब देनेके लिए इस टैंकका विकास रक्षा अनुसंधान एवं विकास संघटन (डीआरडीओ) के ‘लड़ाकू वाहन अनुसंधान और विकास प्रतिष्ठानÓ (सीवीआरडीई) द्वारा किया […]
जीवनकी वीणा
ओशो जन्म मिलता है, जीवन निर्मित करना होता है। इसीलिए मनुष्यको शिक्षाकी जरूरत है। शिक्षाका एक ही अर्थ है कि हम जीवनकी कला सीख सकें। एक कहानी है। एक घरमें बहुत दिनोंसे एक वीणा रखी थी। उस घरके लोग भूल गये थे, उस वीणाका उपयोग। पीढिय़ों पहले कभी कोई उस वीणाको बजाता रहा होगा। अब […]
संयुक्त राष्ट्रकी पीड़ा कोरोना वैश्विक महामारीसे पूरी दुनिया आक्रान्त है। १८० से अधिक राष्ट्र इसकी चपेटमें हैं। इससे अर्थव्यवस्थाके साथ ही जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। इसका सामना करनेके लिए जो दौड़ चली उनमें विकसित राष्ट्र अपनी बढ़त बनानेकी दिशामें काफी सक्रिय रहे। अन्तरराष्ट्रीय संस्थाओंने भी अपनी भागीदारी की लेकिन इन संस्थाओंसे जो उम्मीदें […]
पेट्रोलियम कीमतोंमें वृद्धिका असर
राजेश माहेश्वरी पेट्रोल-डीजलकी लगतार बढ़ती कीमतोंके साथ पिछले दो महीनोंमें ही एलपीजी गैसकी कीमतें १७५ रुपये प्रति सिलेंडर बढ़ी हैं। विशेषज्ञोंके अनुसार पेट्रोल, डीजलके दाम बढऩेका सीधा असर महंगीपर पड़ता है और इससे मांग घटती है। खास तौरपर गरीब और हाशियेपर मौजूद तबकेके लिए ज्यादा मुश्किलें बढ़ती हैं। १५ जून २०१७ से देशमें पेट्रोल, डीजलकी […]