- सीबीएसई बोर्ड की ओर से 31 जुलाई को रिजल्ट घोषित कर दिया जाएगा इससे करीब 12 लाख छात्रों का इंतजार अब खत्म हो जाएगा. सीबीएसई की ओर से आज सुप्रीम कोर्ट में 12वीं रिजल्ट तैयार करने को लेकर ईवैल्यूएशन क्राइटेरिया पेश किया गया. सीबीएसई की ओर से 12वीं रिजल्ट तैयार करने के लिए 13 सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया था, जिसकी रिपोर्ट आज सुप्रीम कोर्ट के समक्ष पेश की गई.
बता दें कि कई राज्यों ने अभी तक 12वीं बोर्ड की परीक्षाएं नहीं रद्द की हैं. गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में इस पर सुनवाई की गई. याचिकाकर्ता और वकील ममता शर्मा ने जनहित याचिका दाखिल करके सारे बोर्ड एग्जाम रद्द करने की मांग की थी. मामले में आज सुनवाई हुई.सीबीएसई ने 4 जून 2021 को ईवैल्यूएशन क्राइटेरिया तय करने के लिए 13 सदस्यीय कमेटी का गठन किया था. 12वीं मूल्यांकन नीति तय करने के लिए समिति को दस दिन का समय दिया गया था. बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार और सीबीएसई को ईवैल्यूएशन क्राइटेरिया तय करने के लिए दो सप्ताह का समय दिया था.
यह हो सकता है 2वीं रिजल्ट तैयार करने का आधार
विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सीबीएसई 12वीं का रिजल्ट 10वीं व 11वीं की परीक्षा और 12वीं प्री बोर्ड परीक्षा में छात्रों के प्रदर्शन के आधार पर जारी किया जा सकता है. सुप्रीम कोर्ट में एजी ने बताया कि10वीं कक्षा के लिए 5 विषय लिए गए हैं और तीन में से सर्वश्रेष्ठ का औसत निकाला गया है. कक्षा 12वीं के छात्रों के लिए प्रैक्टिकल होते हैं. हम 10वीं से 30 फीसदी, 11वीं से 30 फीसदी और 12वीं से 40 फीसदी लेंगे. इस तरह उनके अंक निकलेंगे.
सीबीएसई पहले ही जारी कर चुका है यह निर्देश
सीबीएसई की ओर से स्कूलों को 28 जून तक ऑनलाइन मोड में प्रैक्टिकल और इंटरनल असेसमेंट का आयोजन कर बोर्ड की वेबसाइट पर नंबर अपलोड करने के निर्देश दिए जा चुके हैं. वहीं मूल्यांकन नीति घोषित होने के बाद स्कूलों को और भी समय नंबर अपलोड करने के दिए जा सकते हैं. कई राज्यों में अभी भी बोर्ड परीक्षाएं नहीं रद्द की गई हैं. गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में इस बाबत चर्चा होगी. याचिकाकर्ता और वकील ममता शर्मा ने जनहित याचिका दाखिल करके सारे बोर्ड एग्जाम रद्द करने की मांग की है. ऐसा करोना के खतरे को देखते हुए किया गया है.