Latest News उत्तराखण्ड राष्ट्रीय

Chardham Yatra 2023: सीएम ने कहा- इस बार भी रिकार्ड तोड़ रहेगी यात्रा,


देहरादून: Chardham Yatra 2023: चारधाम यात्रा के लिए अब जबकि लगभग तीन माह का समय शेष रह गया है तो सरकार भी तैयारियों में जुट गई है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि पिछली बार की तरह इस बार भी चारधाम यात्रा रिकार्ड तोड़ रहेगी। उन्होंने कहा कि यात्रा सरल, सुगम और सुरक्षित हो, इसके लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं। साधन जुटाए जा रहे हैं और व्यवस्था की जा रही है।

उत्तराखंड में विशेष स्थान रखती है चारधाम यात्रा

तीर्थाटन और पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण उत्तराखंड में चारधाम यात्रा विशेष स्थान रखती है। यह चारधाम से संबंधित जिलों की आर्थिकी से भी जुड़ी है। कोरोना संकट के चलते चारधाम यात्रा दो वर्ष बाधित रही।

पिछले साल बिना किसी बंदिश के यात्रा शुरू हुई और चारों धामों बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री में रिकार्ड संख्या में यात्री उमड़े। लगभग 49 लाख श्रद्धालुओं ने चारों धामों में दर्शन किए।

अब अप्रैल के तीसरे सप्ताह से चारधाम यात्रा शुरू होनी है। इसे देखते हुए सरकार अभी से तैयारियों में जुट गई है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि चारधाम यात्रा पिछले साल ऐतिहासिक रही थी। तब कुछ चुनौतियां थी, कुछ काम करने थे। सरकार ने काफी प्रयास किए। परिणामस्वरूप देशभर से रिकार्ड संख्या में यात्री चारों धामों में दर्शनों के लिए आए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार हम अभी से तैयारियां कर रहे हैं। इसके अंतर्गत सुविधाएं बेहतर की जा रही हैं। साथ ही यात्रियों को सुरक्षा भी देनी है। यात्रा को सरल व सुगम भी बनाना है। इस सबके दृष्टिगत कार्य किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब चारधाम यात्रा शुरू होने में लगभग सौ दिन का कालखंड रह गया है। इस बार भी यात्रा रिकार्ड तोड़ होगी।

27 अप्रैल को खुलेंगे बदरीनाथ धाम के कपाट

चमोली जिले में स्थित बदरीनाथ धाम के कपाट 27 अप्रैल को सुबह 7:10 बजे खोले जाएंगे। वसंत पंचमी पर्व पर टिहरी के नरेंद्रनगर राजमहल में आयोजित धार्मिक अनुष्ठान में धाम के कपाट खुलने की तिथि व मुहूर्त तय किए गए। केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि शिवरात्रि पर्व पर तय होगी, जबकि गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के कपाट 22 अप्रैल को अक्षय तृतीया पर्व पर खोले जाने हैं।

नरेंद्रनगर राजमहल में राजपुरोहित पं. कृष्णा प्रसाद उनियाल ने पंचांग गणना कर बदरीनाथ धाम के कपाट खोलने की तिथि घोषित की। यह भी तय हुआ कि भगवान बदरी नारायण के अभिषेक के लिए तिलों का तेल राजमहल में 12 अप्रैल को पिरोया जाएगा। इसी दिन गाडू घड़ा (तेल कलश) यात्रा भी डिम्मर गांव स्थित लक्ष्मी-नारायण मंदिर के लिए प्रस्थान करेगी।

इस अवसर पर बदरीनाथ धाम के मुख्य पुजारी रावल ईश्वर प्रसाद नंबूदरी, महाराजा मनुजेंद्र शाह, टिहरी सांसद माला राज्य लक्ष्मी शाह, राजकुमारी शिरजा शाह, श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय, उपाध्यक्ष किशोर सिंह पंवार, मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़, स्वामी मुकुंदानंद, विनोद डिमरी, पं.ज्योतिष डिमरी, पं.मोहित सती, पं.अंकित डिमरी, विपुल डिमरी, भाष्कर डिमरी, आशुतोष डिमरी आदि मौजूद रहे।