Latest News नयी दिल्ली पंजाब राष्ट्रीय

CM Bhagwant Mann के जगराओं पहुंचने पर पूर्व सैनिकों ने काले झंडों के साथ किया प्रदर्शन


जगराओं। जीओजी को झूठे तथ्यों के आधार पर बंद करने का विरोध जताते हुए मुख्यमंत्री भगवंत मान के जगराओं पहुंचने पर पूर्व सैनिकों ने काले झंडों के साथ प्रदर्शन किया। संगठन के नेताओं ने कहा कि साल 2022 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के नेताओं ने सरकार बनने पर उनकी सभी मांगें पूरी करने का वादा किया था। हमें और पंजाब की जनता को आम आदमी पार्टी से काफी उम्मीदें थीं। भविष्य में भी हम उम्मीद करते हैं कि आम आदमी पार्टी समाज के हर वर्ग से किए अपने वादों को पूरा करेगी।

उन्होंने कहा कि लेफ्टिनेंट जनरल तेजिंदर सिंह शेर गिल और कैप्टन अमरिंदर सिंह (पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री) ने समाज से भ्रष्टाचार के कलंक को दूर करने और जरूरतमंद वर्गों को सरकार की सामाजिक कल्याण योजनाओं का लाभ सुनिश्चित करने के लिए पूर्व सैनिकों की सेवाओं को सूचीबद्ध किया। सैनिक अपनी सेवा के दौरान सीमाओं की रक्षा करते हैं। जीओजी ने सच्चे सैनिक की निष्ठा और समर्पण को कड़ी मेहनत के साथ साबित किया।

उन्होंने कहा जीओजी से मिली फीडबैक रिपोर्ट पर संबंधित विभाग द्वारा कार्रवाई की जानी होती है। मगर उन पर कार्रवाई रोक दी गई। अगर इरादा सुधार करने का होता तो इस चूक का जवाब देने के लिए संबंधित अधिकारियों को बुलाया जाता। मगर इसके विपरीत दोषियों को दंडित करने के बजाय बहादुर और ईमानदार सेना के जवानों पर अपना काम ठीक से न करने का आरोप लगाते हुए एकतरफा फैसला लेकर योजना को बंद कर दिया गया।

उन्होंने कहा कि सरकार के इस फैसले से हम प्रशासन और राजनेताओं से ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। हमारी मांग है कि पांच सदस्यीय समिति बनाई जाए, जिसमें एक सदस्य जीओजी टीम और एक विपक्षी दल का हो। हमारे द्वारा प्राप्त फीडबैक की जांच की जानी चाहिए और विभाग के खिलाफ उचित कार्रवाई होनी चाहिए।

पुलिस ने लगाई पाबंदियां

मुख्यमंत्री के जगराओं आने पर पूर्व सैनिकों द्वारा उन्हें काले झंडे दिखाए जाने की सूचना मिली तो पुलिस अधिकारियों ने मोर्चा संभाल लिया। संगठन के पूर्व सैनिकों को बस अड्डे के नजदीक भारी पुलिस दल बल ने रोक लिया। दूसरी तरफ लुधियाना साइड जीटी रोड पर संत दरबरा सिंह लोपो के आश्रम नजदीक पूर्व सैनिकों के कार्यालय में एकत्रित हुए सदस्यों को पुलिस द्वारा रोक लिया गया। पूर्व सैनिक सीएम को काले झंडे दिखाकर अपना रोष जाहिर करने के लिए वाजिद रहे। अंत में उनमें से पांच को पुलिस सीएम के साथ बैठक करने के लिए ले गई।