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Cyclone Tauktae : कमजोर पड़ रहा है ‘ताउते’, बजरे में फंसे लोगों को बचाने के प्रयास जारी


भीषण चक्रवाती तूफान ताउते सोमवार रात में गुजरात के सौराष्ट्र तट से टकराया और इस दौरान हवा 185 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से चली। इससे पहले, चक्रवात के कारण मुंबई में भारी वर्षा हुई और गुजरात में दो लाख से अधिक लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना पड़ा।
जारी है बचाव अभियान
मुंबई तट से चक्रवात के टकराने के बाद गहरे समुद्र में तेल रिग (तेल या गैस उत्खनन क्षेत्र) और बजरों (एक प्रकार की संरचना) में फंस गए 500 से अधिक लोगों को निकालने के लिए सोमवार को नौसेना के जहाज, टग बोट (खींचने वाली नौका) और बचाव जहाज लगाये गए थे। बचाव काम अभी भी जारी है। चक्रवात की वजह से एक बजरा डूब गया जिसमें अपतटीय क्षेत्र में कार्यरत कर्मियों के लिए क्वार्टर थे। दो अन्य बजरे के लंगर से हटकर समुद्र में दूर चले गए। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि जब चक्रवात आया तब इन तीन बजरों में 599 कर्मी थे। ओएनजीसी का ‘सागर भूषण’ नामक एक ड्रिलिंग रिग भी अपने स्थान से दूर चला गया। उसमें ओएनजीसी के 37 कर्मी और 64 अनुबंधित कर्मी सवार थे।

भारतीय नौसेना के जहाज- आईएनएस कोच्चि एवं आईएनएस कोलकाता तथा तटरक्षक बल के जहाज आईसीजी समर्थ, एफकॉन की टग नौका, अपतटीय आपूर्ति जहाज भी बजरों एवं रिग में फंसे लोगों को बचाने के लिए लगाए गए हैं। सूत्रों ने बताया कि चक्रवात से बुरी तरह प्रभावित बजरा ‘पापा-305’ के 261 लोगों में से 182 को अबतक बचा लिया गया है। बाकी का पता लगाया जा रहा है और उन्हें बचाने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि बजरा ‘गल कंस्ट्रक्टर’ कोलाबा प्वाइंट से करीब 48 नौटिकल मील चला गया था और उसपर तैनात सभी 137 लोग सुरक्षित हैं। बजरा ‘सपोर्ट स्टेशन-3’ पर 201 लोग सवार थे और वह उत्तर-पश्चिम दिशा में जा रहा है। इन्हें सुरक्षित लाने का अभियान जारी है।

नौसेना ने तूफान में फंसे बजरों में मौजूद 314 लोगों को बचाया
भारतीय नौसेना ‘ताउते’ चक्रवात के कारण मुंबई के निकट अरब सागर में फंसे दो बजरों में मौजूद 314 लोगों को बचा चुकी है। नौसेना के अधिकारी ने कहा कि 707 कर्मियों को ले जा रहे तीन बजरे और एक ऑयल रिग सोमवार समुद्र में फंस गया था। इनमें 273 लोगों को ले जा रहा ‘पी305’ बजरा, 137 कर्मियों को ले जा रहा ‘गल कंस्ट्रक्टर’ और एसएस-3 बजरा शामिल है, जिसमें 196 कर्मी मौजूद थे। साथ ही ‘सागर भूषण’ ऑयल रिग भी समुद्र में फंस गया था, जिसमें 101 कर्मी मौजूद थे। ‘गल कन्स्ट्रक्टर’ में मौजूद 137 जबकि पी305 में मौजूद 273 में से 177 लोगों को बचा लिया गया है। एसएस-3 और सागर भूषण ऑयल रिग के लिये चलाए जा रहे बचाव अभियान के बारे में अभी कोई जानकारी नहीं मिली है।

मुंबई में तीन, ठाणे और पालघर में पांच लोगों की मौत
चक्रवात ताउते के मुंबई के तट के करीब से गुजरने की वजह से शहर में पिछले 24 घंटे में तीन लोगों की मौत हो गई और 10 अन्य घायल हो गए। वहीं पड़ोसी ठाणे और पालघर जिले में चक्रवात से संबंधित अलग-अलग घटनाओं में पांच लोगों की मौत हो गई। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।

तटरक्षक बल ने दो तेल टैंकर जहाजों की मदद की
भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) ने मंगलवार को चक्रवात ताउते के कारण खराब मौसम के बीच मुंबई तट के पास भटके दो तेल टैंकर जहाजों को किनारे लाने में मदद की। आईसीजी ने एक ट्वीट में कहा, ‘बड़े तेल रिसाव का जोखिम टल गया। एमटी देशभक्त और ओएसवी ग्रेटशिप अदिति मुंबई में एसपीएम (सिंगल पॉइंट मूरिंग) अभियान में लगे हुए थे, खराब मौसम के कारण दिशाहीन हो गए। एमआरसीसी (समुद्री बचाव समन्वय केंद्र) मुंबई ने दोनों जहाजों के साथ समन्वय स्थापित किया। संचालन बहाल किया गया और दोनों जहाजों पर सवार चालक दल के कुल 45 सदस्य सुरक्षित हैं।’ एक अन्य ट्वीट में आईसीजी ने कहा कि उसके गोताखोरों ने गुजरात के गिर सोमनाथ जिले में वेरावल तट से आठ मछुआरों को संकट से बचाया।

महाराष्ट्र: रायगढ़ में ‘निसर्ग’ के बाद, इस साल ‘ताउते’ का कहर
महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में लगातार दूसरे साल प्रकृति का कहर देखने को मिला, जहां चक्रवाती तूफान ‘ताउते’ के कारण हुई अलग-अलग घटनाओं में चार लोगों की मौत हो गई और कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए। मुंबई से 100 किलोमीटर दूर स्थिति तटीय जिले में पिछले साल भी चक्रवातीय तूफान ‘निसर्ग’ का कहर बरपा था। अधिकारियों ने बताया कि उरण और रोहा गांव में पेड़ और दीवार गिरने से सोमवार को चार लोगों की मौत हो गई। उन्होंने बताया कि रायगढ़ जिले के 2299 परिवारों के कुल 8383 लोगों को सोमवार रात तक सुरक्षित स्थानों पर भी पहुंचाया गया था। सोमवार को भारी बारिश के कारण कई इलाकों में पानी भर गया और तेज हवाएं तथा बारिश की वजह से बिजली भी चली गई थी।

गेटवे ऑफ इंडिया के पास की दीवार और फुटपाथ क्षतिग्रस्त
चक्रवात तूफान ताउते ने ऐतिहासिक ‘गेटवे ऑफ इंडिया’ को सुरक्षा देने वाली दीवारों और लोहे की छड़ों को नुकसान पहुंचाया और पास में लगे कुछ बैसाल्ट पत्थर भी तूफान के प्रभाव की वजह से उखड़ गए। महानगरपालिका के अधिकारियों ने बताया कि हालांकि ताउते की वजह से इस ऐतिहासिक इमारत को कोई क्षति नहीं पहुंची है लेकिन इसके निकट का फुटपाथ धंस गया। उन्होंने बताया कि सोमवार को मुंबई तट से गुजरे इस तूफान की वजह से अरब सागर से ऊंची-ऊंची लहरें उठ रही थीं और ये लहरें अपने साथ कचरे का अंबार लेकर आईं जो वह इस ऐतिहासिक स्थल पर छोड़ गईं।

गल कन्स्ट्रक्टर के सभी 137 क्रू सदस्य बचाए गए
गल कन्सट्रक्टर के सभी 137 क्रू सदस्यों को तटरक्षक बल ने बचा लिया है। बल ने बताया कि सभी लोग बचा लिए गए हैं, कोई छूटा नहीं है। बता दें कि इन लोगों को एयरलिफ्ट करने के लिए तटरक्षक बल ने दवन से दो चेतक हेलिकॉप्टर लगाए थे।