पटना

बिहारशरीफ: संभावित बाढ़-सुखाड़ तथा कोविड को लेकर जिला प्रभारी मंत्री ने की बैठक


      • वर्चुअल बैठक मे मंत्री के साथ जुड़े जिले के मंत्री, सांसद और विधायक
      • मंत्री ने अधिकारियों को जनप्रतिनिधियों द्वारा सुझाये गये बिंदुओं पर त्वरित कार्रवाई का दिया निर्देश
      • डीएम ने पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के जरिये चल रही तैयारी और किये जा रहे कार्यों को विस्तार से बताया

बिहारशरीफ (आससे)। जिला के प्रभारी सह शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी मंगलवार को जिले में कोविड के संबंधित संक्रमण एवं स्वास्थ्य सेवा की स्थिति तथा संभावित बाढ़-सुखाड़ के पूर्व तैयारी को लेकर वर्चुअल बैठक की।

बैठक में बिहार सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, नालंदा के सांसद कौशलेंद्र कुमार, हरनौत के विधायक हरिनारायण सिंह, अस्थावां विधायक डॉ. जितेंद्र कुमार, बिहारशरीफ के विधायक डॉ. सुनील कुमार, राजगीर के विधायक कौशल किशोर, हिलसा के विधायक कृष्ण मुरारी शरण उर्फ प्रेम मुखिया तथा इस्लामपुर के विधायक राकेश रौशन ने हिस्सा लिया। बैठक में कोविड के साथ-साथ बाढ़ एवं सुखाड़ जैसे बिंदुओं पर जनप्रतिनिधियों से फीडबैक लिया गया।

बाढ़-सुखाड़ के पूर्व तैयारियों के संबंध में नालंदा के जिला पदाधिकारी योगेंद्र सिंह ने पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से किये गये कार्यों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने बताया कि आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा जारी मानक संचालन प्रक्रिया के अनुरूप सभी आवश्यक तैयारी की जा रही है। जिले के सभी 20 प्रखंडों में वर्षा मापक यंत्र काम कर रहा है। जिन नावों की मरम्मती की आवश्यकता है उसे मरम्मत कराया जा रहा है। पॉलीथीन शीट, लाइफ जैकेट, महाजाल आदि की उपलब्धता की भी जानकारी दी गयी।

उन्होंने बताया कि जिले के सभी बांधों, तटबंधों का भौतिक सत्यापन बाढ़ नियंत्रण के अभियंता तथा संबंधित अनुमंडल के एसडीओ द्वारा कराया जा चुका है। आपातकालीन सेंटर जिला स्तर पर 24 घंटे सात दिन कार्यरत है। बाढ़ प्रबल क्षेत्रों में सभी संभावित पीड़ित परिवारों की सूची को ऑनलाइन करते हुए सत्यापित किया जा रहा है। आपदा प्रबंधन के लिए आवश्यक राहत सामग्री के दर एवं आपूर्तिकर्ता के निर्धारण के लिए निविदा की प्रक्रिया के माध्यम से कार्रवाई चल रही है।

बैठक में बताया गया कि जिले में 176 श्रम स्थल चिन्हित किया गया है। बाढ़ की स्थिति में आवश्यक दवाओं, स्नेक बाइट, एंटीरेबिज अदि उपलब्धता सुनिश्चित कराने की पहल की जा रही है।

मंत्री ने सभी जनप्रतिनिधियों से उनके क्षेत्र में कहीं भी क्षतिग्रस्त बांध, सड़क तथा तटबंध है और जिसकी मरम्मती की आवश्यकता है की सूची अविलंब जिला प्रशासन को उपलब्ध कराने का अनुरोध किया गया।

कोविड के संबंध में जिला पदाधिकारी ने बताया कि सैंपलिंग और टेस्टिंग के साथ-साथ वैक्सीनेशन की प्रक्रिया को तेज किया गया है। अस्पताल में उपलब्ध बेड, ऑक्सीजन की उपलब्धता, संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए कंटेनमेंट जोन, कॉल सेंटर की व्यवस्था आदि के बारे में भी जानकारी दी गयी। बताया गया कि जिला स्वास्थ्य समिति के माध्यम से 25 में से 20 चिकित्सक का चयन वॉक इन इंटरव्यू के माध्यम से किया जा चुका है। पारा मेडिकल स्टाफ के चयन की भी कार्रवाई की जा रही है।

बैठक में जिले के जनप्रतिनिधियों ने भी अपना-अपना सुझाव और फीडबैक दिया। नालंदा सांसद कौशलेंद्र कुमार ने स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा किये जा रहे कार्यों की सराहना की। उन्होंने अस्पतालों में डॉक्टरों के नियमित राउंड को व्यवस्थित ढंग से सुनिश्चित कराने को कहा। इस्लामपुर में मुहाने नदी की सफाई का कार्य तेजी से करने की भी बात कही।

अस्थावां विधायक डॉ. जितेंद्र कुमार ने पुराने जमींदारी बांधों की मरम्मती की आवश्यकता जतायी और सुरक्षा के लिए अवैध बालू और मिट्टी के खनन पर कड़ाई से कार्रवाई करने को कहा। उन्होंने कतरीसराय के लिए एक एंबुलेंस की भी आवश्यकता जतायी। बिहारशरीफ विधायक डॉ. सुनील कुमार ने आरटीपीसीआर जांच का रिपोर्ट को जल्द से जल्द उपलब्ध कराने का सुझाव दिया। विम्स एवं बीड़ी श्रमिक अस्पताल में नियमित रूप से डॉक्टर के विजिट को भी व्यवस्थित ढंग से सुनिश्चित कराने को कहा। उन्होंने वैक्सीनेशन में तेजी लाने का सुझाव दिया।

राजगीर विधायक कौशल किशोर ने राजगीर के ग्राम पंचायतों में भी सेनिटाइजेशन की आवश्यकता बतायी। उन्होंने सकरी नदी में तटबंध बनाने की आवश्यकता बतायी। हिलसा विधायक द्वारा प्रेम कुमार द्वारा करायपरशुराय में सामुदायिक रसाई के माध्यम से दिये जाने वाले भोजन की गुणवत्ता में सुधार की आवश्यकता जतायी। हरनौत विधायक हरिनारायण सिंह ने हरनौत विधानसभा क्षेत्र में कटाव निरोधी कार्यों के लिए सूची उपलब्ध कराने की बात कही। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत खाद्यान्न का वितरण समय से पारदर्शी तरीके से कराने को कहा।

इस्लामपुर विधायक राकेश रौशन ने एकंगरसराय रेफरल अस्पताल में चिकित्सकों की कमी बताते हुए अतिरिक्त चिकित्सकों की पोस्टिंग कराने का अनुरोध किया। इसके साथ हीं अतिक्ति प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में भी डॉक्टर की सेवा उपलब्ध कराने हेतु कार्रवाई करने को कहा। ग्रामीण क्षेत्रों में मास्क वितरण में तेजी लाने, मुफ्त खाद्यान्न का वितरण समय से करने का अनुरोध किया।

प्रभारी मंत्री विजय कुमार चौधरी ने सभी सुझावों पर समयबद्ध ढंग से कार्य करने का निर्देश सभी संबंधित विभागों के पदाधिकारियों को दिया। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत खाद्यान्न का उठाव एवं वितरण पारदर्शी तरीके से कराने को कहा। उन्होंने सभी जनप्रतिनिधियों को कोविड-19 प्रोटोकॉल का विधिवत पालन करते हुए लोगों की सेवा तथा राहत के लिए कार्य करने को कहा। उन्होंने वॉक इन इंटरव्यू के माध्यम से श्रेष्ठ चिकित्सकों एवं पारा मेडिकल स्टाफ का चयन सुनिश्चित करने को कहा।

बैठक में जिला पदाधिकारी योगेंद्र सिंह, पुलिस अधीक्षक हरिप्रसाथ एस, विम्स के प्राचार्य डॉ. पीके चौधरी, अपर समाहर्ता, सिविल सर्जन, सभी अनुमंडल पदाधिकारी, एलआरडीसी के अलावे जल संसाधन, लघु जल संसाधन, पथ प्रमंडल, ग्रामीण कार्य विभाग, सिंचाई विभाग, पीएचइडी सहित सभी विभागों के कार्यपालक अभियंता वर्चुअल माध्यम से जुड़े थे।