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Delhi : आम आदमी पार्टी 25 प्रतिशत पूर्व पार्षदों के टिकट काटने की तैयारी में


नई दिल्ली, । Delhi MCD Election 2022 दिल्ली नगर निगम चुनाव 2022 के लिए मैदान सज चुका है। तीनों ही प्रमुख राजनीतिक दल (भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी) चुनाव के लिए कमर कस चुके हैं। माना जा रहा है कि आगामी रविवार तक सभी राजनीतिक दल 250 वार्डों पर प्रत्याशियों का ऐलान कर देंगे। 

AAP के 25 प्रतिशत पूर्व पार्षदों के कट सकते हैं टिकट

लगातार डेढ़ दशक से दिल्ली नगर निगम की सत्ता में काबिज भारतीय जनता पार्टी को चौथी बार बेदखल करने की तैयारी में जुटी आम आदमी पार्टी कोई चूक नहीं करना चाहती है। यह वजह है कि दिल्ली नगर निगम चुनाव में आम आदमी पार्टी कई पूर्व पार्षदों का टिकट काटने जा रही है।

प्रदर्शन न करना होगा टिकट कटने की वजह

टिकट कटने का कारण सीट बदलना व कुछ आम आदमी पार्टी के पूर्व पार्षदों का AAP की उम्मीदों पर खरे न उतर पाना भी है। बता दें कि 2017 में हुए पिछले निगम चुनाव में 272 में से AAP ने 49 वार्ड पर जीत दर्ज की थी। इसमें से 30 प्रतिशत तक के टिकट काटे जा सकते हैं।

वहीं, 250 सीटों पर चुनाव की तैयारी के लिए AAP पदाधिकारियों को अलग-अलग स्तर पर जिम्मेदारियां सौंपी गईं हैं।  उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और प्रदेश संयोजक गोपाल राय समेत पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के नेतृत्व में पिछले दिनों एमसीडी चुनाव की तैयारी पर चर्चा के लिए सभी AAP विधायकों की एक केंद्रीय समीक्षा बैठक बुलाई गई थी।

इस अहम बैठक में एमसीडी चुनाव से संबंधित अहम मुद्दों पर विस्तार में चर्चा की गई और चुनावी रणनीतियों चर्चा की गई। दिल्ली की 250 सीटों पर एमसीडी चुनाव की तैयारी के लिए पदाधिकारियों को अलग-अलग स्तर पर जिम्मेदारियां सौंपी गईं। आम आदमी पार्टी ने एमसीडी चुनाव के तहत 8 नवंबर से कूड़े पर जनसंवाद अभियान की शुरुआत कर दी है।

आम आदमी पार्टी जनसंवाद अभियान के तहत लोगों को भाजपा शासित एमसीडी की दिल्ली को कूड़ा-कूड़ा करने की मंशा से अवगत कराएंगे। दिल्ली के एक-एक व्यक्ति से जमीनी स्तर पर जुड़ने के निर्देश दिए गए हैं।आम आदमी पार्टी की ओर से एमसीडी द्वारा दिल्ली को कूड़ा-कूड़ा करने के मुद्दे पर चुनाव लड़ा जाएगा।

20 नवंबर तक दिल्ली के सभी 13682 बूथों पर जनसंवाद किए जाएंगे। आप विधायकों के नेतृत्व में हर दिन लगभग 500 जनसभा करने का निर्णय लिया गया है। जनसभाओं के आयोजन से संबंधित रणनीति पर चर्चा की गई। आप के सभी पदाधिकारी और कार्यकर्ता दिल्ली के एक-एक इलाके में जाकर एक-एक व्यक्ति से मिलकर उनकी समस्याओं को समझने की कोशिश करेंगे।