मगर नेताओं और मंत्रियों को फ्री में सुविधाएं मिलनी चाहिए। केजरीवाल ने अन्य सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि आज देश की स्वतंत्रता की 75 वीं वर्ष गांठ पर इन्हे घोषणा करनी चाहिए थी की जो काम अब तक नही हो पाए हैं उन्हें करने की घोषणा की जाती, वह नही किया जा रहा है। अच्छे अस्पतालों की बात की जाती, अच्छी शिक्षा की बात की जाती, वह नहीं किया जा रहा है, बल्कि जनता को मिल रही बिजली पानी को बंद करने का माहौल तैयार किया जा रहा है।
इनका प्रयास है कि सरकार की ओर से गरीब जनता का मिल रहा बिजली पानी बंद कर दिया जाए, सरकारी अस्पताल में किसी का ठीक से इलाज ना हो पाए। जबकि विदेश में ऐसा नही हो रहा है। विश्व में 39 ऐसे देश हैं जो अपने बच्चो को फ्री में शिक्षा देते हैं।
इनमे से 27 देश ऐसे हैं जो 12 वीं तक फ्री में शिक्षा देते हैं। जबकि 12 देश ऐसे हैं जो आठवीं तक फ्री में शिक्षा देते हैं। वे देश अमीर इसीलिए हैं क्योंकि वे अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा देते हैं उन्हें तैयार करते हैं। इन सारे देश को मैने स्टडी किया है, मगर इन सारे देशों में से एक भी देश अपने दोस्तों के कर्जे माफ नहीं करता है।
दुनिया के 9 देश देते हैं निशुल्क स्वास्थ्य सेवाएं
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि दुनिया के 9 देश ऐसे हैं जो अपने लोगों को फ्री में स्वास्थ्य सुविधाएं देते हैं। कई देश ऐसे हैं जो अपने लोगों को पानी फ्री में देते हैं। मगर वहां रेवड़ी बांटना नही कहा जाता है। 16 देश अपने लोगों को बेरोजगारी भत्ता देते हैं।