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Delhi : पुलिस ने कमरे का दरवाजा खोला तो दवाइयों का पहाड़ देखकर रह गई दंग


नई दिल्ली,  मानसिक परेशानी से जूझ रहे व्यक्तियों में उपचार में प्रयुक्त होने वाली दवाइयों के गैर कानूनी इस्तेमाल से जुड़े मामले में पश्चिमी जिला पुलिस के मादक पदार्थ निरोधक दस्ते ने एक कारोबारी को गिरफ्तार किया है। आरोपित का नाम विमलेश दास है। विमलेश ने उत्तम नगर में एक कमरा किराए पर ले रखा था, जहां छापेमारी कर 50 लाख रुपये की दवाइयां पुलिस ने जब्त की हैं।

हाल ही में 13 सितंबर को एसीपी आपरेशन अरविंद कुमार की देखरेख तथा सब इंस्पेक्टर राजेंद्र ढाका के नेतृत्व में गठित टीम ने तिलक नगर इलाके से जतिन और तरणदीप सिंह को गिरफ्तार किया था। जहां दोनों आरोपित थे वहां से भारी मात्रा में अल्प्राजोलम व ट्रामाडोल दवाइयां बरामद हुई थी। दोनों से जब पुलिस ने पूछताछ शुरू की तो आरोपितों ने बताया कि ये दवाइयां विमलेश नामक व्यक्ति से ली गई हैं। विमलेश एक फार्मा कंपनी चलाता है।

इस सूचना के बाद पुलिस ने विमलेश की तलाश शुरू की। इसके बाद पुलिस को पता चला कि विमलेश ने उत्तम नगर इलाके में किराए का एक कमरा ले रखा है, जहां उसने ये दवाइयां छिपाकर रखी हैं। इसके बाद पुलिस टीम ने वहां छापेमारी को विमलेश को दबोच लिया। यहां से ही पुलिस ने दवाइयां भी बरामद की। पुलिस को यहां से ट्रामाडोल दवाई की 2.16 लाख टैबलेट बरामद हुई। जिसका कुल वजन 104.112 किलो पाया गया।

पुलिस के अनुसार विमलेश एक फार्मा कंपनी चलाता है। यह कंपनी दवा निर्माता कंपनियों से संपर्क कर ट्रामाडोल व अल्प्रोजलम दवाइयों की खरीद करती है। ये दोनों ही दवाइयां दुकानों में बिना चिकित्सक के पर्ची के नहीं बेची जा सकती हैं। इन दवाओं की खरीद बिक्री पर दवा कानूनों का नियंत्रण है।

विमलेश अपनी कंपनी के माध्यम से दवा निर्माताओं से संपर्क कर इनकी खरीद करता था, लेकिन आगे जब यह बेचता था, तब उसका कोई हिसाब किताब नहीं रखा जाता है। यानि पूरी की पूरी दवा कालाबाजारी में बेची जाती थी।

इस काम में दवा की मार्केटिंग दवा दुकानदारों से इसकी साठगांठ थी। बदले में विमलेश दवाओं की कीमत अधिकतम खुदरा मूल्य से अधिक वसूलता था। पुलिस को इस मामले में छानबीन के दौरान आरोपितों से पता चला कि इन दवाओं का इस्तेमाल उपचार के बजाय नशा में खूब हो रहा है। कुछ तस्कर को हेरोइन में इन दवाओं को मिलाकर उसे बेच रहे हैं। इस जानकारी के आधार पर पुलिस अब यह पता करने में जुटी है कि क्या नशे के काले धंधे में संलिप्त नाइजीरिया या अफगानी नागरिकों से भी इनकी साठगांठ है।