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Delhi : साकेत कोर्ट में दिनदहाड़े फायरिंग, वकील की ड्रेस में परिचित ने महिला को मारी 3 गोली


 नई दिल्ली, साकेत कोर्ट में शुक्रवार सुबह वकील की ड्रेस में आए व्यक्ति ने एक महिला पर फायरिंग कर दी। बताया जा रहा है कि आरोपित ने महिला पर 4 गोलियां चलाई हैं। कुल पांच राउंड फायरिंग की गई थी जिसमें से चार राउंड महिला के ऊपर की गई है वहीं एक गोली वकील अजय सिंह चौहान को लगी है। फिलहाल महिला की हालत गंभीर बताई जा रही है।

जानकारी के अनुसार आरोपित व्यक्ति सस्पेंडेड वकील है और जिस महिला को गोली मारी है वह उसकी परिचित है। दोनों में पहले से विवाद चल रहा था जिस कारण उसने गोली मार दी। फिलहाल आरोपित को गिरफ्तार नहीं किया जा सका है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

लॉयर्स ब्लॉक के पास हुई इस घटना से पूरे कोर्ट में हड़कंप मच गया। वारदात के दौरान अधिवक्ता कोर्ट में पहुंच रहे थे। वहीं कुछ अधिवक्ता ब्लॉक के आसपास थे।

दो गोली पेट में और एक हाथ में लगी

जानकारी के अनुसार यह घटना सुबह 10.30 बजे हुई। घायल महिला की पहचान राधा (40) के रूप में हुई है। पीड़िता को दो गोलियां पेट में और एक हाथ में लगी है। महिला का इलाज मैक्स साकेत में चल रहा है। आरोपित का नाम कामेश्वर कुमार सिंह है।

हमलावर को बार काउंसिल से निलंबित किया जा चुका है। पति ने राधा के खिलाफ 420 का मुकदमा दर्ज कराया था, जिसकी सुनवाई साकेत कोर्ट में चल रही थी।

हथियार लेकर कैसे पहुंचा आरोपित

पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि आखिर आरोपित कोर्ट के अंदर हथियार लेकर कैसे पहुंच गया जबकि एंट्री गेट पर सभी की स्कैनर से जांच की जाती है। पुलिस जांच कर रही है कि कहीं ऐसा तो नहीं कि वकील होने का फायदा उठाकर आरोपित ने सुरक्षा जांच ना करवाई हो और सीधे अंदर पहुंच गया।

पेट में गोली लगने के बाद भी पैदल चलकर गई बाहर

घटना के बाद का वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में दिखाई दे रहा है कि घायल महिला चलकर कोर्ट परिसर से बाहर जा रही है। उसको इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है कि उसकी हालात गंभीर है। डॉक्टर उसको बचाने का प्रयास कर रहे हैं।

केजरीवाल ने कानून व्यवस्था पर उठाया सवाल

दिल्ली में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गयी है। दूसरों के कामों में अड़चन करने और हर बात पर गंदी राजनीति करने की बजाय सबको अपने अपने काम पर ध्यान देना चाहिये और अगर नहीं संभलता तो इस्तीफा दे देना चाहिए ताकि कोई और कर ले। लोगों की सुरक्षा रामभरोसे नहीं छोड़ी जा सकती।