News TOP STORIES नयी दिल्ली पंजाब राष्ट्रीय

Delhi-Amritsar National Highway पर लगा पांच किलोमीटर लंबा जाम, 20 से 30 किमी घूमकर जा रहे वाहन


राजपुरा (पटियाला), : ट्रक यूनियनों को बहाल करने की मांग को लेकर दिल्ली से अमृतसर जाने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित शंभू बैरियर पर ट्रक आपरेटरों व चालकों का धरना पांचवें दिन मंगलवार को भी जारी है। सोमवार रात एसडीएम व एसपी से उनकी बैठक बेनतीजा रही। धरने की वजह से अंबाला से अमृतसर-बठिंडा व पटियाला का रूट डाइवर्ट किया गया है। इसके अलावा लुधियाना से चंडीगढ़ व पानीपत की तरफ जाने वाले वाहनों को भी डायवर्ट किया गया है।

दिल्ली से आने वाले वाहन चालकों को अंबाला से मोड़ दिया जा रहा है। वे अंबाला से गांवों के रास्ते से पटियाला पहुंच रहे हैं। इससे उनको 20 किलोमीटर अधिक सफर करना पड़ रहा है। उधर, अमृतसर की तरफ से आने वाले वाहन चालकों को राजपुरा से जीरकपुर की तरफ मोड़ दिया जा रहा है। इस रास्ते से जाने पर उन्हें करीब 30 किलोमीटर अधिक सफर करना पड़ रहा है।

शंभू बैरियर पर पांच दिन से पांच किलोमीटर का जाम जारी

शंभू बैरियर पर करीब पांच किलोमीटर लगी मालवाहक ट्रकों की कतार रह-रह कर बेलगाम होती जा रही है, जिससे पांचवें दिन भी जाम का सिलसिला जारी रहा है। वहीं घनौर-बहादुरगढ़ व शंभू- बनूड के रास्ते पर ट्रकों के कतार से निकालने की होड़ में सड़क पर जाम लग गया। इसमें राहगीर व आटो पर सवार यात्रियों को काफी परेशान होना पड़ा। वहीं घग्गर सराय से शंभू बार्डर तक लगे भीषण जाम के कारण यात्रियों को आटो से पैदल ही उतर कर अंबाला व राजपुरा के रास्ते जाना पड़ा। राजमार्ग पर ट्रकों की बेतरतीब कतार व ओवरटेकिंग से गगन चौक व टोल प्लाजा के बीच यात्रा करने वाले लोग काफी परेशान हैं।

राहगीर बोले, पुलिस की नजर न होने से यातायात व्यवस्था खराब

जाम में फंसे यात्री प्रदीप कुमार, आन्नंद गुप्ता, राकेश कुमार, कृष्णा, डेराबस्सी के बलविन्द्र सिंह, मनजीत कौर, तरसेम सिंह, बहराइच से लुधियाना जा रहे संजीव गर्ग, अनमोल गर्ग, रविना आदि का कहना है कि मार्ग पर पुलिस की नजर न होने से यातायात व्यवस्था काफी खराब हो रही है। अगर पुलिस यातायात व्यवस्था को दुरुस्त कराने के लिए संजीदा होती तो मार्ग पर जाम लगने की नौबत नहीं आती। इतना ही नहीं आटो चालक वालों ने भी लूट मचा रखी है अंबाला से शंभू बैरियर व शंभू बैरियर से राजपुरा तक का 50 से 100 रुपये प्रति सवारी के हिसाब से किराया वसूला जा रहा है। इसके अलावा बीच का जो पांच किलोमीटर का सफर है, उससे बजुर्ग बच्चों व दिव्यांगों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है। सरकार को ऐसे रोष पदर्शन में सख्ती करने की जरूरत है ताकि आम जनमानस परेशान न हो सके।

एक लेन पर मालवाहक ट्रकों का कब्जा व दूसरी पर रोष प्रदर्शन

राष्ट्रीय राजमार्ग के पश्चिमी लेन पर पूर्णतया मालवाहक ट्रकों का कब्जा हो गया है, जबकि दूसरी लेन में ही ट्रक आपरेटरों ने सड़क के बीचों बीच टेंट लगाकर रोष प्रदर्शन कर भीषण जाम लगा रखा है। पूर्वी लेन पर दोनों तरफ बैरिकेड्गेस लगाए गए हैं और लोगों का पैदल आवागमन हो रहा है, जिससे राजमार्ग पर कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।