नई दिल्ली, । पिछले विधानसभा और नगर निगम चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को बढ़त दिलाई। वे विधायक और पार्षद के कार्यकाल के दौरान सक्रिय भूमिका में रहे और बढ़ चढ़कर पार्टी के कामों में हिस्सा लेते रहे हैं । वैसे सक्रिय कार्यकर्ता पार्टी में प्रदेश स्तर पर भी किसी न किसी पद पर तैनात भी हैं। सभी स्थानीय सांसद के प्रेमी हैं। पार्टी के वरिष्ठों के साथ बैठक है। दूसरे राज्यों के भाजपा नेताओं के संपर्क में रहे हैं।
सक्रिय कार्यकर्ता भी चुनाव लड़ने के मूड में
ये सक्रिय कार्यकर्ता भी निगम चुनाव में खुद उतरने के मूड में आ गए हैं, जबकि पूर्व पार्षद ने अभी मैदान नहीं छोड़ा है। ऐसे में परिसीमन के पहले जहां हर वार्ड में तीन-तीन दावेदार थे परिसीमन के बाद नजफगढ़ विधानसभा क्षेत्र के चार वार्ड की सीटों पर दावेदार बढ़ गए हैं।
पूर्व पार्षद भी बना रहे चुनाव लड़ने का मन
नगर निगम के रोशनपुरा वार्ड सामान्य सीट से निगम पार्षद रहे सत्यपाल मलिक ने एक बार फिर से वार्ड से उतरने का बन बना लिया है। यहां तक की निगम चुनाव की घोषणा से पहले कार्यालय का रंग रोगन करा लिया। जिस दिन चुनाव की घोषणा हुई धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन भी कर दिया। अगर भाजपा पूर्व पार्षदों को टिकट नहीं देती है तो इस स्थिति में वे अपने किसी नजदीकी को निगम चुनाव में उतार सकते हैं। इसी वार्ड से दूसरा नाम आता है भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश में किसान माेर्चा के उपाध्यक्ष देवेंद्र डाबास का। जिनकी पार्टी की हर गतिविधियों में हिस्सेदारी रही है। कार्यक्रम के दौरान स्वागत में पगड़ी बांधने में दक्ष देवेंद्र डबास उर्फ बांके पहलवान के नाम से जाना जाता है। गोशाला में गायों को चारा देने के बाद यह वार्ड में घूमते नजर आते हैं।
बैठकों में हुए व्यस्त
दिल्ली प्रदेश बुजुर्ग व वरिष्ठ प्रकोष्ठ के उपाध्यक्ष मांगेराम सांगवान तीसरा नाम है। पिछले विधानसभा चुनाव में काफी सक्रिय रहे थे । लोगों के बीच उनकी खासी पहुंच हैं। वे बैठकों में व्यस्त हो गए हैं। प्रधानमंत्री उज्जवला योजना नजफगढ़ विधानसभा क्षेत्र के चेयरमैन संजय बुद्धवार युवा नेता हैं और अशक्त लोगों तक प्रधानमंत्री योजना के तहत रसोई गैस और चूल्हा पहुंचाने में विशेष भूमिका निभाई थी। इन सभी का रोशनपुरा वार्ड में पैठ है। बैनर, पोस्टर भी वार्ड में देखे जा रहे हैं। इनकी सक्रियता की वजह से पिछले निगम चुनाव में यह सीट भाजपा की झोली में आई थी। जब रोशनपुरा वार्ड महिलाओं के लिए आरक्षित हो गई थी। तभी ही पूर्व पार्षद के साथ इन सभी ने अपने परिवार की महिला सदस्यों को उतारने के लिए पोस्टर लगाने शुरू करने के साथ दावेदारी कर दी थी। लेकिन परिसीमन के बाद और रोशनपुरा वार्ड सामान्य होने पर अब सभी ही खुद ही ताल ठोक रहे हैं।
अन्य कार्यकर्ताओं ने तेजी की दावेदारी
पूर्व पार्षद को टिकट नहीं मिलने की संभावना को देखते अन्य कार्यकर्ताओं ने दावेदारी तेज कर दी है। भाजपा के इन चार दावेदारों के सामने आम आदमी पार्टी के पूर्व प्रत्याशी रहे नरेश शर्मा हैं। जो अपनी पार्टी के संस्थापक सदस्य हैं। पिछली बार रोशनपुरा वार्ड से चुनाव हार गए थे। इसके बाद पार्टी ने इन्हें नजफगढ़ अनाज मंडी का चेयरमैन बना दिया था। वे भी रोशनपूरा वार्ड की सीट से अपने परिवार के सदस्य को उतारने की तैयारी कर चुके थे, लेकिन अब खुद ही मैदान में है।