पुलिस ने नाबालिग पीड़िता का बयान दर्ज किया है जिसमें उसने ऐसी कई बातें बताई हैं जो बच्ची की मानसिक और शारिरीक स्थिति बयान करती है। इसके साथ ही उपनिदेशक की पत्नी ने इस पूरे मामले पर किस तरह की असंवेदनशीलता दिखाई वह बेहद दर्दनाक है।
- पीड़िता जब एक वर्ष की थी तब उसे गोद लिया गया था।
- पुलिस और मजिस्ट्रेट को दिए बयान में पीड़िता ने बताया कि एक अक्तूबर 2020 को पिता की मौत के बाद वह आरोपित के घर आ गई।
- कोरोना की वजह से स्कूल बंद हो गए। आरोपित भी घर से ही काम कर रहा था। पीड़िता की ऑनलाइन क्लास शुरू हो गई। उस समय वह उत्तरी दिल्ली के नामी स्कूल में पढ़ाई करती थी।
- नशीला पदार्थ खिलाकर निलंबित उपनिदेशक प्रेमोदय खाखा तीन महीनों में कई बार 13 वर्षीय किशोरी को बनाया हवस का शिकार।
- नवंबर 2020 से जनवरी 2021 तक आरोपित ने पीड़िता के साथ चार से पांच बार दुष्कर्म किया। पीड़िता ने आरोप लगाया कि आते-जाते आरोपित उसके निजी अंगो पर हाथ लगाता था।
- पहली उसने 31 अक्टूबर 2020 को दुष्कर्म किया था और जनवरी 2021 तक अपनी हवस का शिकार बनाता रहा।
- जब आरोपित ने पहली बार दुष्कर्म किया तो इसकी जानकारी पीड़िता ने आरोपित की पत्नी सीमा रानी को दी थी।
- पीड़िता ने जब अपना दर्द आरोपित की पत्नी को बताया तो उसने उल्टा किशोरी पर ही आरोप लगा दिया और कहा, तूने ही कुछ किया होगा, तूने ही गलत इशारे किए होंगे।
- पीड़िता ने पत्नी के साथ ही आरोपित के दोनों बच्चों को भी जानकारी दी थी लेकिन उन्होंने भी उसकी बात पर ध्यान नहीं दिया।
- एफआईआर में पीड़िता ने बताया है कि सीमा डंडों से उसकी पिटाई करती थी। पढ़ाई में कम नंबर आने पर हाथों पर डंडों से मारती थी।
- पीड़िता ने जनवरी में जब अपने गर्भवती होने की बात सीमा को बताई तो उसने कहा की अभी पहला माह है ऐसे में गर्भपात करा देते हैं।
- आरोपित की पत्नी ने अपने बेटे से प्रेग्नेंसी टेस्ट करने वाली किट मंगाई। टेस्ट पाजिटिव आने पर अपने बेटे से ही गर्भपात की दवाई मंगाकर पीड़िता को खिला दी।
- 16 जनवरी को उसकी मां घर पहुंची तो उसने साथ चलने की जिद की। बाद में फरवरी के शुरुआत में मां उसे अपने साथ ले गई। इसके बाद वह जब भी मां के साथ चर्च जाती तो प्रेमोदय उसके साथ अश्लील हरकत करता।
- जुलाई 2023 में पीड़िता ने चर्च जाना ही छोड़ दिया। इसके बाद उसकी तबीयत बिगड़ती चली गई।
- सात अगस्त को तबीयत बिगड़ने पर उसे सेंट स्टीफन अस्पताल ले जाया गया तो उसने 11 अगस्त को काउंसलिंग के दौरान डाक्टर को साथ हुई वारदात की जानकारी दी। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई।
- आरोपित प्रेमोदय के वकील उमाशंकर गौतम का कहना है कि मामले में पुलिस की जांच अभी प्रारंभिक है। प्रेमोदय ने 20 वर्ष पहले ही नसबंदी करा ली थी। वहीं पुलिस ने आरोपित का नसबंदी टेस्ट कराया है। इसकी रिपोर्ट अभी मिलनी बाकी है।