- वाराणसी, : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार सुबह वाराणसी के जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा से फोन पर बात कर बाढ़ की स्थिति के बारे में विस्तृत जानकारी ली। डीएम ने वाराणसी के मौजूदा हालात और व्यवस्थाओं से प्रधानमंत्री मोदी को अवगत कराया। रेस्क्यू ऑपरेशन और राहत एवं बचाव कार्य के बारे में भी जानकारी दी। पीएम ने बाढ़ के हालात से निपटने के लिए जिला प्रशासन को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। डीएम ने बताया कि प्रधानमंत्री ने बाढ़ से प्रभावित इलाकों के लोगों की सुरक्षा की कामना की।
वाराणसी में बाढ़ का कहर
उत्तर प्रदेश के कई जिलों में इस वक्त बाढ़ के हालात बने हुए हैं। बाढ़ के पानी से कई इलाके डूब चुके हैं। सैकड़ों लोग बेघर हो गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भी बाढ़ ने कहर बरपा रखा है। यहां गंगा खतरे के निशान से लगभग 13 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। घाटों के साथ साथ बाढ़ का पानी लोगों के घरों में घुस गया है। मारुति नगर, जानकीनगर, सामने घाट, अस्सी घाट समेत वरुणा पार के दर्जनों ऐसे मोहल्लों हैं, गंगा का पानी घुस चुका हुआ है। लोग घर को छोड़कर सुरक्षित स्थानों की तरफ जा रहे हैं। एनडीआरएफ की टीमें बाढ़ प्रभावित इलाकों लगातार राहत और बचाव के काम में जुटी है।
पीएम मोदी ने दिया हर संभव मदद का आश्वासन
बाढ़ की वजह से काशी में लोग परेशान हैं। कारोबार ठप पड़ गए हैं। इस बीच पीएम मोदी ने बुधवार को वाराणसी में बाढ़ से जुड़े हालात को लेकर वाराणसी जिला प्रशासन से विस्तृत चर्चा की। उन्होंने पूरी स्थिति का जायजा लिया और हर संभव मदद का आश्वासन दिया। बता दें, संगम नगरी प्रयागराज में भी गंगा और यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ की स्थिति बन गई है। सैकड़ों मकान जलमग्न हो गए हैं। तराई के इलाकों में एक मंजिल तक पानी भरा है। बाढ़ को लेकर प्रशासन ने रेड अलर्ट जारी किया है। हालात ये हैं कि कई सड़कों और रास्तों पर नाव चल रही हैं। प्रशासन की ओर से एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम तैनात कर दी है, जो राहत और बचाव कार्य में जुटी है।