फ्रांस। फ्रांस में 17 साल के नाहेल की हत्या के बाद से दंगे भड़क उठे हैं। एपी की रिपोर्ट के अनुसार, किशोर की हत्या के बाद चौथी रात हुए दंगों में 1,311 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। फ्रांसीसी सरकार ने इसकी जानकारी दी है। बता दें, नाहेल की हत्या ट्रैफिक जांच के दौरान की गई थी।
200 पुलिस अधिकारी हुए घायल
पुलिसकर्मियों ने पॉइंट-ब्लैंक पर उसे गोली मारी थी। 27 जून को हुई इस घटना के बाद से लोगों ने बड़े पैमाने पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने डिवाइडर लगाकर सड़कें बंद कर दी।
आगजनी की ओर पुलिसकर्मियों पर पटाखे भी फेंके। इस दौरान पुलिस ने भी आंसू गैस के गोले छोड़े और पानी की बौछारें भी की। रिपोर्ट के अनुसार, झड़प की घटनाओं में 200 पुलिस अधिकारी घायल हुए। सरकार ने हिंसा को रोकने के लिए देश भर में 45,000 पुलिस तैनात की। रात भर युवा प्रदर्शनकारी पुलिस से भिड़ गए, लगभग 2,500 दुकानों में आग लगा दी और तोड़फोड़ की।
नाहेल की मौत के बाद मां का हाल बुरा
नाहेल घर का इकलौता बेटा था और बेटे की मौत के बाद से उसकी मां का रो-रो कर बुरा हाल हो रखा है। नाहेल की हत्या के विरोध में फ्रांस जल उठा है। पेरिस के कई हिस्सों में हिंसा की घटनाएं देखने को मिल रही है। कई हिंसक तो कई शांतिपूर्ण प्रदर्शन भी हुए।
यह हिंसा पेरिस और अन्य फ्रांसीसी शहरों में ग्रीष्मकालीन ओलंपिक खेलों के लिए 10,500 ओलंपियनों और लाखों दर्शकों की मेजबानी करने से ठीक एक साल पहले हुई है। आयोजकों ने कहा कि वे स्थिति पर करीब से नजर रख रहे हैं क्योंकि ओलंपिक की तैयारियां जारी हैं।