गोरखपुर, गोरखपुर जिले के सत्यम हॉस्पिटल का पंजीकरण कराने वाले डॉक्टर, संचालक समेत पांच आरोपितों के विरुद्ध न्यायालय ने गैर जमानती वारंट जारी किया है। गर्भवती की मृत्यु होने के बाद गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज होने के बाद पांचों आरोपित फरार हैं। उपचार करने वाले इंटर पास युवक व नर्स को गुलरिहा थाना पुलिस जेल भेज चुकी है।
गलत इलाज के चलते महिला की हुई थी मौत
गुलरिहा थाने के वरिष्ठ उपनिरीक्षक शेष शर्मा ने न्यायालय में प्रार्थनापत्र देकर बताया था कि तीन जनवरी को गुलरिहा थाना क्षेत्र के जैनपुर टोला काजीपुर निवासी रामदवन की गर्भवती पत्नी सोनावत की तबीयत बिगड़ गई। स्वजन उसे बांसस्थान रोड स्थित सत्यम हॉस्पिटल ले गए, जहां खुद को डॉक्टर बताने वाले इंटर पास युवक ने नर्स व सहयोगियों संग महिला का गलत उपचार कर दिया। इससे उसकी मृत्यु हो गई। गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज कर आपरेशन करने वाले युवक रंजीत निषाद व नर्स गीता को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है।
फरार चल रहे हैं ये आरोपित
जांच में पता चला कि हॉस्पिटल का पंजीकरण डॉ. सुनील सरोज के नाम से था, जिनके सहयोग से यह हॉस्पिटल चलता था। मुकदमा दर्ज होने के बाद प्रयागराज के डॉ. सुनील कुमार सरोज, हॉस्पिटल संचालक सुभाष निषाद, हॉस्पिटल में अल्ट्रासाउंड मशीन चलाने वाला कुशीनगर जिले के बरवां खास के नागेंद्र, रामकोला के चंदरपुर गोबरी के दिनेश कुशवाहा और महराजगंज जिले के पनियरा थानाक्षेत्र स्थित नेवास पोखरा के अरुण कुमार फरार हो गए। विवेचक के प्रार्थनापत्र पर न्यायालय ने आरोपितों के विरुद्ध गैर जमानती वारंट जारी किया है। एसपी नार्थ मनोज अवस्थी ने बताया कि डॉक्टर समेत सभी आरोपितों की तलाश चल रही है। जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
चार वर्ष पहले जेल जा चुका है डॉ. सुनील सरोज
बीआरडी मेडिकल कॉलेज में तैनात डॉक्टर की डिग्री दूसरे को मुहैया कराने के आरोप में चार वर्ष पहले गुलरिहा थाना पुलिस ने डॉ. सुनील कुमार सरोज को जेल भेजा था। पैथोलाजी संचालक से पूछताछ में नाम सामने आने के बाद पुलिस ने पहले से दर्ज जालसाजी के मुकदमे में उसका नाम बढ़ाया था।