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Gujarat के मोरबी में पुल गिरने से 50 लोगों की मौत, मृतकों और घायलों के लिए मुआवजे का एलान


अहमदाबाद, गुजरात के मोरबी कस्बे में मणि मंदिर के पास मच्छु नदी पर बना केबल ब्रिज अचानक टूटने से पुल पर सवार करीब 150 लोग डूब गए। उनमें से अब तक करीब 50 लोगों की मौत की खबर है। ऐसा अनुमान है कि जिस समय यह पुल गिरा उस समय 150 से 400 लोग वहां मौजूद थे। वर्तमान में अच्छे तैराक स्वामीनारायण मंदिर के पास नदी में गोता लगाकर लोगों की जान बचा रहे हैं। घटना की जानकारी मिलने के बाद मंत्री बृजेश मेरजा के अलावा रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंच गई है। अभी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।घटना की जांच के लिए पांच सदस्यीय समिति का गठन किया गया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना पर दुख जताते हुए गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से जानकारी मांगी व हरसंभव मदद का भरोसा दिया। उन्होंने मृतकों के परिवारों के लिए दो लाख रुपये और घायलों को 50 हजार आर्थिक मदद देने की घोषणा की। बता दें कि पहले इस ब्रिज को 6 महीने के लिए रेनोवेशन के लिए बंद कर दिया गया था। 2 करोड़ रुपये की लागत से जीर्णोद्धार के बाद नए साल के दिन ही पुल को दर्शकों के लिए खोला गया था।

पुल पर 300 के करीब लोग थे मौजूद

मोरबी में करीब 500 साल पहले रियासत काल में बनाया गया झूलता पुल रविवार शाम अचानक टूट गया। पुल पर 300 के करीब लोग मौजूद थे जो सभी मच्छू नदी में जा गिरे। पुल के साथ नदी में गिरे लोग तैरते व पुल के केबल के जरिए ऊपर चढते नजर आए। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने घटना पर दुख जताते हुए ट्वीट कर बताया कि वे प्रशासन के साथ संपर्क में हैं तथा पीडितों की सभी तरह की मदद करने के लिए फायर, स्वास्थ्य विभाग की टीमें भेजी गई हैं। पुल पर तीन सौ से अधिक लोग होने की बात कही जा रही है। पुल के साथ नीचे गिरकर बेहोश हुए लोगों की संख्या काफी बताई जा रही है तथा इस हादसे में मरने वालों की संख्या बढ सकती है। अपुष्ट सूत्र अब तक 30 लोगों के मरने की पुष्टि‍  कर रहे हैं। गुजरात CM ने कहा कि मृतक के परिवार को 4 लाख रुपए और घायलों को 50,000 रुपए की सहायता राशि दी जाएगी। मैं आज अपने सभी आगामी कार्यक्रमों को रद्द करके मोरबी के लिए रवाना हो रहा हूं।

पीएम मोदी ने मुख्यमंत्री से की बात

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मोरबी में हुई दुर्घटना के बारे में गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल और अन्य अधिकारियों से बात की। उन्होंने इस हादसे में बचाव अभियान के लिए टीमों को तत्काल लगाने को भी कहा। पीएम मोदी ने इस हादसे की स्थिति की बारीकी से निगरानी करने को कहा। उन्होंने प्रभावित लोगों को हर संभव मदद देने के लिए भी कहा है।

 

अमित शाह ने दिए तुरंत उपचार के निर्देश

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मोरबी हादसे पर दुख व्यक्त की है। उन्होंने कहा, ‘ मोरबी में हुए हादसे से अत्यंत दुखी हूँ। इस विषय में मैंने गुजरात के गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी व अन्य अधिकारियों से बात की है। स्थानीय प्रशासन पूरी तत्परता से राहत कार्य में लगा है, NDRF भी शीघ्र घटनास्थल पर पहुंच रही है। प्रशासन को घायलों को तुरंत उपचार देने के निर्देश दिए हैं।’

एनडीआरएफ की दो टीमों को गांधीनगर से मोरबी भेजा गया

राजकोट के दमकल विभाग की 7 टीमों को बचाव के लिए बुलाया गया है। इसके अलावा एसडीआरएफ की टीम के अलावा नावों समेत टीमों को भी बचाव कार्य के लिए बुलाया गया है. मोरबी के लिए राजकोट शहर और जिले की एंबुलेंस भी बुलाई गई हैं। इसके अलावा कच्छ से तैराकों को बुलाया गया है। एनडीआरएफ की टीम भी बुला ली गई है। गांधीनगर से एनडीआरएफ की दो टीमें भेजी गई हैं।

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सीएम भूपेंद्र पटेल ने जताया दुख

हादसे पर गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल ने ट्वीट करके कहा है कि मोरबी में ब्रिज गिरने के हादसे का मुझे गहरा दुख हुआ है। राहत और बचाव कार्य जारी है। घायलों के तत्काल उपचार की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं। मैं जिला प्रशासन के लगातार संपर्क में हूं।

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मच्छु बांध हादसा

38 साल पहले गुजरात में एक बांध हादसा हुआ था जिसमें सरकारी आंकड़ों के मुताबिक एक हजार लोग मारे गये थे। विपक्ष के मुताबिक25 हजार लोग मरे थे। 11 अगस्त 1979 को दोपहर करीब सवा तीन बजे मच्छू डैम टूट गयाथा, इसके चलते 15 मिनट में ही पूरा शहर पानी में डूब गया था। दो घंटे के अंदर मकान और इमारतें ढहने लगीं। और देखते ही देखते हजारों पशु व लोग काल कवलित हो गये थे।