सोल, दक्षिण कोरिया में ईरान की महिला प्रतियोगी ने बगैर हिजाब इवेंट में शामिल हुई। ईरान के बाहर फारसी भाषाई मीडिया ने संदेह जाहिर किया है कि देश वापसी के बाद उसे हिरासत में ले लिया जाएगा या फिर समय से पहले दक्षिण कोरिया से लौटने को लेकर दबाव बनाया जाएगा।
ईरान में जारी विरोध प्रदर्शन का किया था समर्थन
उन्होंने अपने देश में अनिवार्य हेडस्कार्फ को नहीं पहना था। हालांकि इन संदेहों पर तुरंत तेहरान की ओर से विराम लगा दिया गया। प्रतियोगिता में अनेकों मेडल हासिल कर चुकी एलनाज रेकाबी ( Elnaz Rekabi) ने हिजाब यानि हेडस्कार्फ को छोड़ने का फैसला लिया।
16 सितंबर को पुलिस हिरासत में महसा अमिनी की हुई थी मौत
ऐसा उन्होंने ईरान में जारी प्रदर्शन के समर्थन में किया है। दरअसल 16 सितंबर को ईरानी पुलिस की हिरासत में 22 वर्षीय युवती महसा अमिनी (Mahsa Amini) की मौत हो गई थी। युवती को हिजाब के कानून का उल्लंघन करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद से वहां प्रदर्शन जारी है और यह पाचवां हफ्ता है।
प्राइवेसी संबंधित नियमों का हवाला देते हुए दक्षिण कोरिया के न्याय मंत्रालय ने इस बात की पुष्टि से इनकार कर दिया कि अभी ईरानी एथलीट वहां हैं या वहां से निकल चुकीं हैं। वहीं दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्रालय ने भी कहा है कि मामले पर वह किसी तरह का बयान नहीं देगा। 33 वर्षीय रेकाबी ने तीन बार एशियाई चैंपियनशिप में हिस्सा लिया, और एक सिल्वर व दो ब्रोंज मेडल जीते हैं।
शुरुआत में हिजाब में नजर आईं थीं रेकाबी
सोल में आयोजित इवेंट के संयोजक कोरिया अल्पाइन फेडरेशन के अनुसार, रविवार को हुए एशिया चैंपियनशिप के फाइनल में रेकाबी ने हिजाब नहीं पहने थे। फेडरेशन के अधिकारियों ने बताया कि एक सप्ताह के क्लांइंबिंग इवेंट के दौरान शुरुआत में रेकाबी ने हिजाब पहना था। वे ईरान की 11 सदस्यीय डेलिगेशन में हैं, जिसमें 8 एथलीट व तीन कोच हैं। फेडरेशन ने यह भी बताया कि इस इवेंट के लिए ऐसा कोई कानून नहीं था कि महिला एथलीटों को हिजाब पहनना जरूरी है। बता दें कि ईरान की ओर से आने वाली सभी एथलीट बगैर हिजाब देश के बाहर किसी प्रतियोगिता में शामिल नहीं होतीं हैं।