मेरठ, । सुप्रीम कोर्ट का आदेश है कि दुष्कर्म पीड़िता के बयान महिला पुलिसकर्मी दर्ज करेगी। लेकिन ब्रह्मपुरी थाने में दुष्कर्म पीड़िता के बयानों का जो वीडियो प्रसारित हो रहा है, वह पुलिस की कार्यशैली को बयां करने के लिए काफी है। पीड़ित महिला से पुरुष दारोगा थाने में 161 सीआरपीसी के बयानों में पूछ रहा है कि आरोपित ने कितनी बार दुष्कर्म किया है।
दरोगा ने खुद ही दिया जवाब
पीड़िता दारोगा के सवाल पर असहज हो गई, तब दारोगा ने जवाब भी खुद ही दे दिया कि दुष्कर्म बार-बार किया गया होगा। उस समय महिला ने गर्दन हिलाकर दारोगा के जवाब का समर्थन किया है। सवाल है कि पुलिस ने 161 सीआरपीसी के बयानों की वीडियो को इंटरनेट मीडिया पर कैसे प्रसारित कर दिया। वीडियो में पीड़ित से दारोगा काफी भद्दे सवाल कर रहा है।
थाने में अलग कक्ष में होना चाहिए बयान दर्ज
नियमानुसार दुष्कर्म के मामले में पीड़िता का थाने में अलग कक्ष में बयान दर्ज होना चाहिए। जिसमें महिला दारोगा या इंस्पेक्टर तथा महिला सीओ भी पीड़िता का बयान दर्ज कर सकती हैं। पुरुष दारोगा या इंस्पेक्टर को बयान दर्ज करने का कोई अधिकार नहीं है। दारोगा महिला पुलिसकर्मी के साथ मौजूद रह सकते हैं, पर कोई सवाल नहीं कर सकते।
महिला का चेहरा भी साफ दिख रहा
ब्रह्मपुरी पुलिस ने दुष्कर्म पीड़िता के बयानों की जिस वीडियो को इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित कर दिया, उसमें महिला का चेहरा भी साफ दिखाई दे रहा है। प्रसारित वीडियो के आधार पर मामले की जांच की जा रही है। एसएसपी रोहित सजवाण का कहना है कि सीओ ब्रह्मपुरी शुचिता सिंह को इसकी जांच दी गई है।
यह है घटनाक्रम
कोतवाली थाना क्षेत्र की रहने वाली विवाहिता की मुलाकात शादी समारोह में नौचंदी थानाक्षेत्र निवासी युवक से हुई थी। छह माह पहले दोनों ने कोर्ट मैरिज कर ली थी, जिसके बाद से वह स्वजन से अलग ब्रह्मपुरी क्षेत्र में किराए का मकान लेकर रह रहे थे। दो माह तक तो सब ठीकठाक रहा। इसके बाद से पति ने उत्पीड़न शुरू कर दिया। उसे बंधक बना लिया।
आरोप है कि एक माह से महिला से पति का चचेरा भाई दुष्कर्म कर रहा था। विरोध करने पर उसे पीटते थे। रविवार को मायके पक्ष ने बंधनमुक्त कराया। इसके बाद पीड़िता की तहरीर पर पति और देवर के खिलाफ दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कर लिया गया।