शिलॉन्ग, । गुरुवार को मेघालय के मुख्य निर्वाचन अधिकारी एफआर खारकोंगोर ने कहा कि मेघालय के कम से कम 34 विधानसभा क्षेत्र “बेहद संवेदनशील” हैं और उन क्षेत्रों में कड़ी निगरानी रखी जाएगी। मेघालय की 60 सदस्यीय विधानसभा के लिए 27 फरवरी को मतदान होगा।
खारकोंगोर ने कहा, “हमें रिपोर्ट मिली है कि राज्य भर में कम से कम 34 विधानसभा क्षेत्रों में पैसे का इस्तेमाल बहुत ज्यादा होता है। इस सभी क्षेत्रों में सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया जाएगा और आदर्श आचार संहिता को सख्ती से लागू किया जाएगा।” उन्होंने कहा कि 747 मतदान केंद्र ‘असुरक्षित’ हैं और 399 मतदान केंद्रों की पहचान विभिन्न कारणों से ‘संवेदनशील’ के रूप में की गई है।
निगरानी के लिए तैनात होंगे सीएपीएफ के 120 दल
चुनाव आयोग ने राज्य भर में आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन को रोकने के लिए पर्यवेक्षकों, व्यय पर्यवेक्षकों और पुलिस पर्यवेक्षकों को सख्ती से निगरानी करने का निर्देश दिए हैं। सीईओ ने बताया कि आगामी विधानसभा चुनावों में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की 120 दल तैनात की जाएंगी।
फिलहाल राज्य में सीएपीएफ की 40 दल विधानसभा चुनाव से पहले उपद्रवियों और हिस्ट्रीशीटरों पर कड़ी नजर रख रही है। मतदान में गड़बड़ी फैलाने वालों की सूची पहले ही तैयार कर ली गई है। कुछ उपद्रवियों और हिस्ट्रीशीटरों की बारिकी से पहचान की जा चुकी है, अगर वो मतदाताओं के बीच किसी तरह का तनाव पैदा करते हैं तो उनपर धारा 107 के तहत कार्रवाई की जाएगी।
27 फरवरी को होने वाले मेघालय विधानसभा चुनाव के लिए अधिसूचना 31 जनवरी को जारी की जाएगी।