- नई दिल्ली। सरकार और विपक्षी दलों के बीच संसद में गतिरोध सोमवार को भी जारी रहा और पेगासस जासूसी विवाद, तीन कृषि कानूनों सहित विभिन्न मुद्दों पर विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण राज्यसभा की बैठक शुरू होने के करीब दस मिनट बाद ही दोपहर बारह बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
उच्च सदन में आज भी हंगामे की वजह से शून्यकाल नहीं हो पाया। संसद के मानसून सत्र का यह तीसरा सप्ताह है लेकिन हंगामे की वजह से इस सत्र में उच्च सदन में एक बार भी शून्यकाल नहीं हो पाया है। उच्च सदन की बैठक शुरू होने पर सभापति एम वेंकैया नायडू ने आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए। सभापति द्वारा दस्तावेज पटल पर रखवाने के तत्काल बाद ही विपक्षी सदस्यों ने अपने अपने मुद्दों पर चर्चा की मांग शुरू कर दी। तृणमूल कांग्रेस के सदस्य आसन की ओर बढ़े । सभापति ने उन्हें कहा कि वे अपने स्थानों पर जाएं। उन्होंने कहा ‘अपने स्थानों पर जाएं। आप क्यों करते हैं ऐसा ? यह अच्छा नहीं लगता।’
इस बीच कुछ सदस्यों ने अपने हाथों में पकड़ी तख्तियां लहराईं। नायडू ने सदन में तख्तियां दिखाने से मना करते हुए कहा कि जो सदस्य ऐसा कर रहे हैं उनके नाम प्रकाशित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के रामगोपाल यादव और आम आदमी पार्टी के संजय सिंह ने किसान आंदोलन पर चर्चा के लिए नोटिस दिया है। नायडू के अनुसार, कांग्रेस के मल्लिकार्जुन खड़गे, प्रताप सिंह बाजवा, के सी वेणुगोपाल, तृणमूल कांग्रेस के सुखेन्दु शेखर राय और वाम सदस्यों इलामारम करीम तथा विनय विश्वम ने भी चर्चा के लिए नोटिस दिए हैं।
सभापति ने कहा ‘अगर सदन मेरे साथ सहयोग करेगा तो में आपकी बात सुन सकूंगा। मैं चर्चा के लिए तैयार हूं। यहां तक कि कार्यमंत्रणा समिति में भी तय हुआ है कि चर्चा हो। लेकिन इसके लिए सदन में व्यवस्था होना चाहिए।’ उन्होंने कहा कि अगर सदस्य सहयोग नहीं करेंगे तो कैसे काम होगा। सदन में व्यवस्था बनते न देख उन्होंने 11 बजकर करीब 10 मिनट पर ही बैठक दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
इससे पहले उच्च सदन में, रियो ओलंपिक की रजत पदक विजेता और विश्व चैंपियन बैडमिंटन खिलाड़ी पी वी सिंधू को तोक्यो ओलंपिक में महिला एकल स्पर्धा का कांस्य पदक जीतने पर बधाई दी गई।