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NH-925A पर पहली बार सुखोई लड़ाकू विमान ने की लैंडिंग,


  • राजस्थान के जालौर में बने राष्ट्रीय राजमार्ग NH-925A पर इमरजेंसी फील्ड लैंडिंग का आज उद्घाटन हुआ। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत जालौर में राष्ट्रीय राजमार्ग पर इमरजेंसी लैंडिंग फिल्ड के उद्घाटन के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। बता दें कि आज पहली बार किसी सुखोई एसयू-30 एमकेआई लड़ाकू विमान को राष्ट्रीय राजमार्ग पर उतरा गया है।

अब हमारे नेशनल हाईवे सेना के भी काम आएंगे

इस कार्यक्रम को सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने संबोधित करते हुए कहा कि आज एक ऐतिहासिक दिन है। राजस्थान में NH 925A पर बने आपातकालीन लैंडिंग सुविधा का लोकार्पण रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, चीफ़ ऑफ़ डिफ़ेन्स स्टाफ़ जनरल बिपिन रावत जी और एयर चीफ़ मार्शल आरकेएस भदौरिया की मौजूदगी में किया।

आगे कहा कि असम में जोरहाट- बाराघाट मार्ग, शिवसागर के पास, बागडोगरा- हाशिमारा मार्ग, हाशिमारा- तेजपुर मार्ग और हाशिमारा- गुवाहाटी मार्ग पर आपातकाल लैंडिंग सुविधाओं को विकसित कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विश्वस्तरीय राष्ट्रीय राजमार्ग का निर्माण रिकॉर्ड स्पीड पर हो रहा है। अब हमारे नेशनल हाईवे सेना के भी काम आएंगे जिससे हमारी देश और सुरक्षित बनेगा और आपातकालीन स्थिति के लिए हमेशा तैयार रहेगा।

जहां हम सभी उपस्थित हुए हैं, यह स्वयं 1971 की विजय का साक्षी रहा है

वहीं केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आज हमारा देश अपनी आजादी का ‘अमृत महोत्सव’ मना रहा है। 1971 की विजय का ‘स्वर्णिम वर्ष’ मना रहा है। साथ ही यह स्थान, उत्तरलाई, जहां हम सभी उपस्थित हुए हैं, यह स्वयं 1971 की विजय का साक्षी रहा है।

ऐसे में इस emergency landing field का निर्माण, मन में उत्साह भी पैदा करता है, और सुरक्षा के प्रति एक विश्वास भी। इसलिए आज का यह दिन हम सबके लिए एक खास दिन है। अंतरराष्ट्रीय सीमा से कुछ ही कदम पहले, इस फील्ड का निर्माण कर आप लोगों ने यह साबित कर दिया, कि भारत की सुरक्षा के लिए हम लोग कितने तैयार हैं। मुझे बताया गया है कि 3 किलोमीटर लंबा यह stretch, Covid जैसी महामारी के बीच भी, महज 19 माह में बनाकर तैयार कर दिया गया।

यह हाईवे और landing field, देश की पश्चिमी सीमा पर आधारभूत संरचना के साथ-साथ, सुरक्षा को और भी मज़बूत करेगा। न केवल हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा, बल्कि उसके साथ-साथ यह प्राकृतिक आपदाओं में भी अपनी अहम् भूमिका निभाएगा, ऐसा मेरा विश्वास है। प्राकृतिक आपदाओं में राहत पहुंचाने की बात जब मैं करता हूँ, तो मैं समझता हूं कि वह स्थिति भी किसी युद्धकाल से कम नहीं होती है। उसमें भी हमारी सेनाएं उसी त्याग, संकल्प और समर्पण का उदाहरण देती हैं जैसा युद्द के समय होता है।