कटक। : बालासोर बाहानगा रेल हादसे में घायल होने वाले पीड़ितों में से शुक्रवार की सुबह और एक दुर्घटना पीड़ित की कटक एससीबी मेडिकल में मौत हो गई है। मृतक का नाम प्रकाश राम है। उनका घर बिहार के गोपालगंज जिला माझागढ़ पथरा गांव में है।
हादसे के बाद काट दिया गया था विजय का बायां पैर
कटक बड़ा मेडिकल में उनकी लाश का पंचनामा करने के पश्चात बड़े भाई सूरज राम को सौंप दिया गया। प्रकाश के बड़े भाई सूरज के मुताबिक, प्रकाश राम चेन्नई में काम करता था। 2 जून को वह कोरोमंडल एक्सप्रेस से आंध्र प्रदेश से कोलकाता लौट रहा था। जब यह हादसा हुआ वह बुरी तरह से जख्मी हो गया था, जिसके चलते 22 वर्षीय प्रकाश राम का बायां पैर हादसे के बाद ही काट दिया गया था।
गुरुवार रात से ही बिगड़ने लगी थी तबीयत
पिछले 3 जून को प्रकाश को कटक बड़ा मेडिकल में लाया गया था, जहां पर उसकी इलाज की जा रही थी और हालत में इस बीच काफी सुधार भी आया था, लेकिन गुरुवार की रात से ही उसकी हालत बिगड़ने लगी और शुक्रवार की सुबह एससीबी मेडिकल के डॉक्टरों की तमाम कोशिशों के बावजूद उसने दम तोड़ दिया।
शरीर में कई जगह लगी थीं चोटें
एससीबी मेडिकल के अधीक्षक प्रोफेसर डॉक्टर सुधांशु शेखर मिश्र ने पत्रकारों को जानकारी दी कि जान गंवाने वाला प्रकाश की स्वास्थ्य अवस्था में काफी सुधार एससीबी मेडिकल में इलाज के दौरान आया था, लेकिन उसके शरीर पर और भी कई चोटें लगी थीं।
यहां तक कि उसके सिर पर भी चोट लगी थी। हाल ही में उसका और एक ऑपरेशन किया जाना था, लेकिन उससे पहले ही उसने दम तोड़ दिया। हालांकि, किस वजह से अचानक प्रकाश की मौत हो गई, इसका खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आने के बाद ही पता चलेगा।
ओडिशा रेल हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़ी
अभी कटक बड़ा मेडिकल में रेल दुर्घटना में घायल होने वाले 47 मरीजों का इलाज किया जा रहा है, जिनमें से 14 मरीजों को आईसीयू में रख कर इलाज किया जा रहा है और उनमें से 4 मरीजों की हालत नाजुक बनी हुई है।
इस मौत के साथ बाहानगा रेल हादसे में मरने वाले लोगों की संख्या 290 तक पहुंची है। विदित है कि पिछले 13 जून को रेल हादसे में घायल होने वाले बिहार मोतिहारी जिले के 35 वर्षीय विजय पासवान का भी एससीबी मेडिकल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी।