नई दिल्ली, । संसद के मानसून सत्र में भारी हंगामे के कारण अब 24 सांसदों को निलंबित किया जा चुका है। इस बारे में केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बुधवार को कहा कि विपक्षी सांसदों के माफी मांगने पर सभापीठ द्वारा निलंबन रद किया जा सकता है। अगर निलंबित सांसद आश्वासन देते हैं कि वे फिर सदन में तख्तियां नहीं दिखाएंगे। 24 विपक्षी सांसदों जिनमें 20 राज्यसभा से और 4 लोकसभा से हैं, को उनके अनियंत्रित व्यवहार और संसद में हंगामा करने के लिए निलंबित कर दिया गया है।
संसद में महंगाई पर चर्चा के लिए सरकार तैयार
प्रह्लाद जोशी ने कहा कि हम लगातार कहते रहे हैं कि सरकार महंगाई पर चर्चा के लिए तैयार है। आज वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कोविड से उबरने के बाद अपना कार्यालय फिर से शुरू किया। उन्होंने आगे कहा कि अगर विपक्ष चाहे तो ”हम आज से चर्चा शुरू कर सकते हैं.”
निलंबित सांसदों ने संसद में शुरू किया क्रमिक धरना
सांसदों के निलंबन के बारे में पूछे जाने पर प्रह्लाद जोशी ने कहा कि अगर वे माफी मांगते हैं और आश्वासन देते हैं कि वे फिर से सदन में तख्तियां नहीं लाएंगे तो उनका निलंबन अध्यक्ष द्वारा रद किया जा सकता है। वहीं दूसरी ओर राज्यसभा से निलंबित 20 विपक्षी सांसदों ने संसद परिसर के अंदर 50 घंटे तक धरना शुरू कर दिया है। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की निलंबित सांसद डोला सेन ने कहा कि वे गांधी प्रतिमा के पास रिले विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और रात भर वहीं रहेंगे।
पिछले दो दिनों में निलंबित किए गए सांसदों में टीएमसी के 7, द्रविड़ मुनेत्र कड़गम के 6, तेलंगाना राष्ट्र समिति के 5, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के 2 और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी और आम आदमी पार्टी के 1-1 सांसद शामिल हैं। साथ ही कांग्रेस के चार लोकसभा सांसदों को निलंबित कर दिया गया है।